यहां का वातावरण अन्य जंगलों से बेहतर
सीनियर गाइड विजय सिंह का कहना है कि टाइगर रिजर्व देशभर में कई बनाए गए हैं, लेकिन सरिस्का की आबोहवा सबसे शुद्ध है। यही कारण है कि यहां टाइगरों की संख्या ही नहीं बल्कि पक्षियों की संख्या भी बढ़ रही है। प्रवासी पक्षी भी बहुतायत में आते हैं। बारिश के मौसम में हरियाली यहां बढ़ती है, जो देखने लायक होती है। इससे पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। हर साल 70 हजार से ज्यादा लोग सरिस्का का जंगल घूमने आते हैं।यह भी पढ़ें:
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सरिस्का का भौगोलिक परिवेश
सरिस्का का क्षेत्रफल 1213.66 वर्ग किलोमीटरकोर एरिया 881 वर्ग किलोमीटर
बफर एरिया 332.89 वर्ग किलोमीटर
वन क्षेत्र 972.71 वर्ग किलोमीटर
वन क्षेत्र प्रतिशत 66.44 प्रतिशत
सरिस्का के जंगल में बहुतायत में पेड़ हैं, जो ऑक्सीजन प्रदान कर रहे हैं। टाइगरों की बढ़ती संख्या के चलते भविष्य में जंगल विस्तार की भी योजना है। यहां की आबोहवा बेहतर होने के कारण ही टाइगरों की आयु बढ़ रही है। – अभिमन्यु सहारण, डीएफओ सरिस्का
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