अजमेर की ज्योतिषी नीतिका शर्मा के अनुसार राहु शनि की राशि कुंभ में और केतु सिंह राशि में गोचर करेगा और अगले डेढ़ साल यहीं रहेंगे। इससे आने वाले 18 महीने में चिकित्सा के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार होंगे। साथ ही लाइलाज और भयानक रोगों का उपचार मिलेगा।
इस दौरान आतंकवाद और नक्सलवाद का सफाया होगा। पशुधन में वृद्धि होगी। शाकाहार के प्रति रूचि बढ़ेगी। ज्योतिष अध्यात्म ईश्वरीय शक्ति के प्रति लोगों की आस्था बढ़ेगी। नीतिका शर्मा के अनुसार राहु में जहां शनि के गुण होते हैं तो केतु में मंगल के गुण हैं। राहु किसी ग्रह के प्रभाव को कम कर देता है तो केतु किसी ग्रह के प्रभाव को काफी बढ़ा देता है। राहु-केतु का राशि परिवर्तन 18 मई को शाम 5:20 बजे होगा । आइये जानते हैं राहु केतु का देश दुनिया पर क्या असर होगा।
राहु केतु का गोचरः भयानक रोगों का मिलेगा इलाज
ज्योतिषाचार्य नीतिका शर्मा के अनुसार राहु केतु का राशि परिवर्तन किसी बड़ी बीमारी का इलाज देगा। मेडिकल क्षेत्र में नए-नए आविष्कार होंगे और लाइलाज बीमारियों का इलाज मिलेगा।डिजिटल संचार तकनीकी क्षेत्र में कोई नई क्रांति की संभावना। आंखों के रोग ( आई फ्लू ) फैलेंगे। लेकिन कैंसर, जीभ, लार, मुख की सर्जरी सहित लाइलाज बीमारियों का उपचार मिलेगा। चिकित्सा क्षेत्र में बड़े आविष्कार होंगे। यह आविष्कार अधिक रोगों का उपचार करेगा।
राहु केतु गोचर का प्रभाव, पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति होगी खराब
ज्योतिषाचार्य के अनुसार आतंकवाद नक्सलवाद जातिवाद रंगभेद क्षेत्रवाद भाषावाद बहुत तेजी से फैलेंगे और नष्ट भी होंगे। विश्व के कई देश और सरकारें एकजुट होकर इन सबको समाप्त करने की कोशिश करेंगी। इसकी शुरुआत फ्रांस या यूरोप के किसी देश से होगी। धीरे धीरे सभी जगह से आतंकवाद नक्सलवाद समाप्त हो जाएगा। कोई एक “महिला” विश्व सुधार में योगदान देगी। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और खराब होगी, इसके साथ ही उसको गृह युद्ध का भी सामना करना पड़ेगा।एआई का बढ़ेगा प्रभाव
बाजार में रौनक देखने को मिल जाएगी और मंदी समाप्त होगी। राहु केतु के राशि परिवर्तन के कारण तेल खनन चिकित्सा गैस पाइपलाइन शराब लोहा मशीनरी धातु आदि की मांग बढ़ेगी। एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव ज्यादा होगा। धोखा वाद विवाद लड़ाई झगड़ा अधिक होगा। तकनीकी क्षेत्र का ज्यादा प्रभाव रहेगा। बैंकों से संबंधित परेशानी होगी सर्वर डाउन बैंक में चोरी डकैती धोखा घड़ी की संभावना।ज्योतिष अध्यात्म के प्रति बढ़ेगी रूचि
शेयर बाजार कमोडिटी एक्सचेंज में पूर्वानुमान बढ़ेगा। पशुधन में वृद्धि होगी। शाकाहार के प्रति रूचि बढ़ेगी। धातु क्रय विक्रय बढेगा। ज्योतिष अध्यात्म ईश्वरीय शक्ति के प्रति लोगों की आस्था बढ़ेगी। ज्योतिष डर को भगाने और वहम को मिटाने के लिए बना है।अचानक कष्ट, अचानक नुकसान
राहु-केतु के राशि परिवर्तन से अचानक लाभ, अचानक कष्ट या नुकसान देखने को मिल सकता है। किसी प्रसिद्ध व्यक्ति का अपहरण होने की संभावना। पुलिस और प्रशासन का कार्य बढ़ेगा। प्रदेश और देश के विकास में सहायक होगा तो सत्ता पक्ष में बेचैनी बढ़ाएगा।प्राकृतिक आपदा और दुर्घटनाओं की आशंका
अगले डेढ़ साल में बड़े मामले सामने आएंगे। बड़े बदलाव और विवाद होने की आशंका है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि के साथ शेयर बाजार फिर से बढ़ने की भी संभावना रहेगी। इससे अर्थव्यवस्था मजबूत होने के योग बनेंगे। राजनीतिक उथल-पुथल और प्राकृतिक आपदाओं की आशंका बढ़ेगी।धरना जुलूस प्रदर्शन आंदोलन गिरफ्तारियां होगी। कई जगह बड़े अग्निकांड होंगे। दुर्घटना होने की संभावना है। देश और दुनिया में राजनीतिक बदलाव होंगे। सत्ता संगठन में परिवर्तन होगा। आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलेगा। अचानक मौसमी बदलाव भी हो सकते हैं। बारिश और बर्फबारी होने की आशंका है। सेना की ताकत बढ़ेगी। देश की कानून व्यवस्था भी मजबूत होगी। मनोरंजन फिल्म खेलकूद एवं गायन क्षेत्र से बुरी खबर मिलेगी। बड़े नेताओं का दुखद समाचार मिलने की संभावना।
विश्व में और अधिक बढ़ेगी भारत की साख
भारत की साख विश्व में और अधिक बढ़ेगी। विश्व में कोई एक बड़ा देश स्वयं की गलती से बुरे वक्त से गुजरेगा। आने वाले समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय की सभी जगह सराहना होगी और विश्व में भारत निर्णायक भूमिका निभाएंगे।विश्व स्तर पर भारत मजबूत देश बनेगा। भारत की विदेशी राजनीति पूरी तरह सफल रहेगी। भारत के पड़ोसी देशों में राजनीतिक उपद्रव भी हो सकते हैं। सेना में नए हथियार और विमान शामिल होने की संभावना है।
देश की सुरक्षा नीति और मजबूत होगी। सैनिकों के लिए फायदेमंद सरकारी नीतियां बनेंगी। राहु और शनि की स्थिति के कारण सीमाओं पर तनाव तो बढ़ेगा, लेकिन देश की सेनाएं मजबूत रहेंगी। पड़ोसी देशों पर भारत का प्रभाव बढ़ेगा। आर्थिक मामलों में भी देश विश्व स्तर पर मजबूत रहेगा।
देश दुनिया पर असर
जब भी राहु-केतु का राशि परिवर्तन होता है, तब इसका प्रभाव न सिर्फ सभी जातकों के ऊपर होता है बल्कि देश-दुनिया पर भी प्रभाव देखने को मिलता है। राहु-केतु के गोचर से कई तरह के प्राकृतिक उथल-पुथल होने की संभावना रहती है।पृथ्वी पर गर्मी का प्रकोप बढ़ जाता है और वर्षा भी कम होती है। देश-दुनिया में राजनीति अपने चरम पर होती है। एक-दूसरे देशों में तनाव काफी बढ़ जाता है। राजनीति के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। रोग बढ़ जाते हैं जिससे जनता का हाल बुरा हो जाता है। जनता में तनाव बढ़ सकता है। झूठी बातें ज्यादा तेजी से फैलेंगी।
त्वचा रोग बढ़ेंगे
जनता को त्वचा रोगों का सामना करना पड़ सकता है। किसानों की फसलों पर टिड्डियों और अन्य कीटों का आक्रमण हो सकता है। किसानों को अतिरिक्त सावधानी रखनी होगी। खाने-पीने की वस्तुंओं की कमी तथा उनकी कीमतों में वृद्धि ।
पेट्रोल डीजल की कीमत पर प्रभाव
पेट्रोल-डीजल की कीमतों के बढ़ने के बाद जरूरी उपभोगता वस्तुओं के मूल्यों में भी इजाफा होने से जनता परेशान होगी। दुनियाभर में गेहूं और अन्य अनाजों की कीमतों में वृद्धि होगी। कुछ देशों में अन्न की कमी से कानून-व्यवस्था को लेकर भी संकट की स्थिति पैदा होगी।खडी फसलों को नुक्सान हो सकता है। स्टॉक मार्केट में उथल-पुथल मच सकती है। भारत में सितंबर तक का समय सत्ताधारी दल के बड़े नेताओं और अधिकारियों की सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील है। बड़े नेताओं के संदर्भ में कुछ अप्रिय घटनाएं सामने आ सकती हैंl कुछ बड़ी प्रकृति आपदा जैसे बाढ़-भूस्खलन से जन धन की हानि करवा सकते हैं।