मच्छरदानी में आग कैसे लगी ये अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए गांव के ही दो व्यक्तियों पर इल्जाम लगाया है। पुलिस आरोपियों को हिरासत में ले कर पूछताछ कर रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक देवगांव कोतवाली क्षेत्र के श्रीकांतपुर गांव निवासी रामकरन विश्वकर्मा (60) चारपाई बुनने का काम करके अपना गुजर-बसर करते थे। उनके तीन बेटे थे जो मुंबई में रहते हैं। वहीं, दो बेटियों की शादी हो चुकी है। इसी वजह से रामकरन गांव में अकेले रहकर अपना जीवन यापन करते थे। रामकरन सोमवार रात खाना खाकर अपने घर के बाहर बरामदे में चारपाई पर मच्छरदानी लगाकर सो गए थे।
मंगलवार सुबह करीब चार बजे अज्ञात कारणों से उनकी चारपाई और मच्छरदानी में आग लग गई, जिससे वह बुरी तरह झुलस गए। हादसे की सूचना पर कोतवाल विमल प्रकाश राय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायल रामकरन को तत्काल लालगंज चिकित्सालय ले गए। वहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सक ने उन्हें जौनपुर रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए थाने में तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव के दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि घटना की जानकारी हुई है। परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं, पुलिस घटना की जांच कर रही है।
एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि मच्छरदानी में आग कैसे लगी इसकी जानकारी किसी को नहीं है। इस मामले में तहरीर प्राप्त कर एफआईआर दर्ज किया गया है। घटना की जांच फायर सर्विस के आफिसर करेंगे। जांच होने पर पता चलेगा कि कैसे आग लगी है।