यह भी पढ़ें:
Mother’s Day Special: मदर्स डे पर मातृ शक्तियों ने खुलकर रखे अपने विचार, देखें साल 2013 में पति की हुई मौत, तबसे संभाला पूरा घर देवकी बाई बताती हैं कि जब उनके पति थे, तब किसी चीज की परेशानी नहीं थी। 2013 में पति की मौत हो गई। इसके बाद पूरे घर की जिम्मेदारी उनके ऊपर आ गई। तीन बेटी व एक बेटे की पढ़ाई और पालन पोषण किया। इसमें बेटियों ने भी पूरा साथ दिया। एक बेटी सीमा बोदलेकर हाल ही में सब इंस्पेक्टर बनी है।
मां है आंगनबाड़ी सहायिका सीमा बोदलेकर की मां देवकी बाई गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में सहायिका हैं। सीमा ने अपनी मां से कहा था कि वह अपने माता-पिता के सपनों को जरूर साकार करेंगी। आखिरकार सीमा ने यह उपलब्धि हासिल की। पूरे परिवार में बेटी की इस उपलब्धि से खुशी का माहौल है।