महिला सुरक्षा अभियान: पुलिस विभाग की जागरूकता के बाद भी महिलाओं से संबंधित अपराध नहीं हो रहे कम
Women safety campaign: पत्रिका द्वारा पुलिस विभाग में लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके बावजूद महिलाओं पर हो रहे अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
Women safety campaign: बालोद जिले में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहा है। दहेज प्रताड़ना, बलात्कार छेड़छाड़ व घरेलु हिंसा जैसे मामले बढ़ते क्रम में है। पुलिस विभाग लगातार जागरुकता अभियान चला रहा है, लेकिन महिला प्रताड़ना के मामले कम नहीं हो रहे हैं।
Women safety campaign: पत्नी का हाथ-पैर बांधकर गला दबा दिया
17 जनवरी 2023 को ग्राम खेरथा बाजार में पति ने पत्नी के चरित्र पर शंका करते हुए हाथ पैर बांध कर गला दबाकर हत्या कर दी। 11 जुलाई 2023 को ग्राम देवीनवागांव में भी एक व्यक्ति ने चरित्र शंका पर पत्नी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 11 अक्टूबर 2024 को जिले के ग्राम चिटौद में भी पति ने पत्नी की हत्या चरित्र शंका को लेकर कर दी थी।
चरित्र शंका पर महिलाओं की हत्या
जिले में महिलाओं की हत्याएं हुई है, उसमें से सबसे ज्यादा हत्या सिर्फ चरित्र शंका को लेकर की गई है। 2025 में 4 जनवरी को जिले के ग्राम सांगली में चाय को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ। पत्नी ने अपने पति को चाय देने से मना कर दिया। नाराज पति ने पत्नी को कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी पति ने थाने में सरेंडर किया है।
तीन साल में महिलाओं से संबंधित अपराध के मामले
महिला सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता
Women safety campaign: मोनिका ठाकुर, एएसपी बालोद: महिलाओं पर हो रहे अपराधों को रोकने पुलिस लगातार स्कूल, कॉलेजों में जाकर जागरुकता अभियान चला रही है। महिला सुरक्षा पुलिस की पहली प्राथमिकता है। महिलाओं के लिए नए कानून भी बनाए गए हैं। महिला संबंधित अपराधों में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
जिले में महिलाओं की चरित्र शंका पर हत्या, बलात्कार के मामले भी सामने आए हैं। तीन साल में दहेज प्रताड़ना के 29 मामले में कुल 87 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। दहेज प्रताड़ना से दो महिलाओं की मौत भी 2022 में हुई थी। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है।
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