मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आने वाले दिनों में कुल 16 जिला अस्पतालों और अन्य जिलों में Day Care Chemotherapy Centres शुरू किए जाएंगे। गरीबों को भी अच्छा इलाज मिलना चाहिए। कीमोथेरेपी के लिए मरीजों को कई सौ किलोमीटर की यात्रा कर बेंगलूरु Bengaluru नहीं जाना पड़ेगा।
राज्य में हर साल कैंसर cancer के 70 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। जागरूकता ही बचाव है।उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में अधिक अनुभवी और कुशल चिकित्सक होते हैं। हमारे लोगों को लगता है कि अगर वे निजी अस्पतालों में जाएंगे तो ठीक हो जाएंगे। लेकिन, हम सरकारी अस्पतालों में भी अच्छा इलाज उपलब्ध करा रहे हैं। आज 240 केन्द्रों पर डायलिसिस स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वस्थ जीवन जीना महत्वपूर्ण है। प्रत्येक व्यक्ति को वार्षिक स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपनी जीवनशैली और आहार पर ध्यान देने का आग्रह किया।स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडूराव ने कहा, देश में पहली बार राज्य के जिला स्तरीय सरकारी अस्पतालों में डीसीसीसी शुरू किया गया है। हब और स्पोक मॉडल में शीर्ष सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों के साथ सहयोग करके डीसीसीसी को क्रियान्वित किया है। सात सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों के सहयोग से 16 जिला अस्पतालों में कीमोथेरेपी उपचार प्रदान किया जाएगा। कीमोथेरेपी के अलावा, अधिकांश उपचार सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों जैसे हब केंद्रों पर प्रदान किए जाएंगे।
जिला सर्जन डॉ. अमरनाथ ने बताया कि डीसीसीसी में पुरुषों और महिलाओं के लिए 10-10 बिस्तर हैं।