पीड़ित श्रमिक जाकिर की तहरीर पर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
22 दिन किया था काम, नहीं मिला पूरा भुगतान
गांव लाईखेड़ा निवासी जाकिर अली ने जनवरी माह में अपने ही गांव के रहने वाले मुख्तयार के घर पर निर्माण कार्य किया था। उसने 22 दिन तक 700 रुपये प्रतिदिन की दर से मजदूरी की, जिसके बदले में उसे केवल 10,000 रुपये का भुगतान किया गया। शेष 5,400 रुपये बकाया रह गए, जिसे बाद में देने की बात कही गई थी।
पैसे मांगने पर हुआ जानलेवा हमला
शनिवार को जब जाकिर अपने बकाया मजदूरी के लिए मुख्तयार के घर पहुंचा, तो वहां पर मौजूद मुख्तयार की पत्नी मुख्तयारन उर्फ समीम बानो और उनके दो बेटे अनीस और तसलीम आगबबूला हो उठे। आरोप है कि तीनों ने मिलकर जाकिर के साथ गाली-गलौज की और मारपीट शुरू कर दी।
ईंट से किया वार, आंख की रोशनी गई
तहरीर के अनुसार, तसलीम ने ईंट उठाकर जाकिर की आंख पर वार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन-फानन में परिजनों ने उसे सीएचसी नवाबगंज पहुंचाया, जहां से डॉक्टरों ने स्थिति नाजुक बताते हुए उसे जिला अस्पताल बरेली रेफर कर दिया। डॉक्टरों की मानें तो हमले के कारण जाकिर की एक आंख की रोशनी चली गई है।
पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट, जांच जारी
थानाध्यक्ष नवाबगंज ने बताया कि जाकिर की तहरीर पर मुख्तयारन, अनीस और तसलीम के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।