निगम की नई बिल्डिंग पर उठे सवाल, भ्रष्टाचार का आरोप
बैठक की शुरुआत में नगर निगम के नए कार्यालय भवन को लेकर तीखी बहस हुई। सपा पार्षद दल के नेता गौरव सक्सेना ने आरोप लगाया कि भवन निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा, नई बिल्डिंग में गुणवत्ता की अनदेखी की गई। छत टपक रही है, प्लास्टर गिर रहा है। पिछली बैठक में नई बिल्डिंग में बैठक कराने की बात कही गई थी, लेकिन फिर से पुरानी बिल्डिंग में ही बैठक हो रही है।आवारा कुत्ते-बंदरों को लेकर हंगामा
बैठक में आवारा कुत्तों और बंदरों से जनता को हो रही परेशानी का मुद्दा जोर-शोर से उठा। पार्षदों ने नगर निगम पर जानवर पकड़ने के अभियान में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।सफाई व्यवस्था और कूड़ा प्रबंधन के लिए बढ़ा बजट
30 वार्डों में सफाई का ठेका निजी कंपनियों को दिया गया।पार्कों के रखरखाव का बजट दोगुना हुआ
नगर निगम ने पार्कों की देखरेख, डिवाइडर पर पौधे लगाने और टूटे पेड़ों को हटाने के लिए बजट बढ़ाकर 2 करोड़ रुपये कर दिया।80 वार्डों के लिए 80 करोड़ रुपये मंजूर
शहर के 80 वार्डों में 1-1 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की स्वीकृति दी गई। कच्ची गलियों को पक्का किया जाएगा। जल निकासी के लिए नालियों का निर्माण होगा।बजट का पूरा ब्योरा
नगर निगम की आमदनी और खर्चेबजट में प्रमुख खर्चे
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन टिपिंग फीस: ₹5 करोड़बयान
“प्रत्येक वार्ड में 1-1 करोड़ रुपये के अतिरिक्त विकास कार्य होंगे। शहर को साफ-सुथरा और विकसित बनाने के लिए काम किया जा रहा है। यह पहली बार है कि नगर निगम का बजट 230 करोड़ से बढ़कर 800 करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। 2025-26 में विकास कार्यों की बाढ़ आने वाली है।”— डॉ. उमेश गौतम, मेयर
— संजीव कुमार मौर्य, म्युनिसिपल कमिश्नर