सदर पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट और राजकाज में बांधा डालने का मामला दर्ज किया। पुलिस ने शांति भंग के आरोप में पूर्व सरपंच समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया। दूसरी तरफ मारपीट का वीडियो भी गुरुवार को सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ।
बेटे ने थाने में दी रिपोर्ट
सदर थाने में हलेड सरपंच लाड देवी आचार्य के पुत्र गोपाल आचार्य ने रिपोर्ट दी। रिपोर्ट के अनुसार हलेड के कालूखेड़ा में बरसाती पानी के घरों में घुस आने की जानकारी होने पर बुधवार दोपहर भाजपा नेता एवं सरपंच पति बालूलाल आचार्य, ग्राम विकास अधिकारी भगवती लाल जीनगर व सहायक सचिव मोहित आदि मौके पर पहुंचे। जेसीबी की मदद से यहां घरों में घुसा पानी निकाला गया।
पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने का आरोप
इसी दौरान पूर्व सरपंच हरफूल जाट और उसके साथी मौके पर आ गए और बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने का आरोप लगाते हुए बहस करने लगे। इसी बीच हरफूल जाट और उसके साथी आक्रोशित होकर बालूलाल आचार्य से उलझ गए और मारपीट करने लगे। उन्होंने जीनगर के साथ बदसलूकी कर जातिगत रूप से प्रताड़ित किया।
शांति भंग के आरोप में ये लोग गिरफ्तार
पुलिस उपाधीक्षक श्याम सुंदर विश्नोई ने बताया कि पूर्व संरपच मुकेश उर्फ हरफूल जाट आदि के खिलाफ राजकाज में बांधा व जातिगत रूप से प्रताड़ित करने का मामला सदर थाने में दर्ज हुआ है। शांति भंग करने के आरोप में हरफूल जाट, गोपाल जाट, मुकेश जाट, विशाल जाट, नारायण जाट, गोरधन जाट और राजू जाट को गिरफ्तार किया है। दूसरी तरफ अगरपुरा, सबलपुरा ग्राम पंचायत हलेड़ के ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया।
इसमें पूर्व सरपंच मुकेश उर्फ हरफूल जाट और अन्य ग्रामवासियों के विरुद्ध ग्राम पंचायत हलेड़ के सचिव के पद का दुरुपयोग कर झूठी प्राथमिक की सूचना देने का आरोप लगाया। ज्ञापन में पूर्व संरपच और अन्य की गिरफ्तारी को भी असंवैधानिक बताया।