एक बैठक में एक स्थगन की अनुमति
विधायकों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कोई भी सदस्य किसी एक बैठक के लिए स्थगन प्रस्ताव की एक से अधिक सूचना नहीं देगा। यदि वे एक से अधिक सूचनाएं देते हैं तो उन्हें सूचनाओं का विषय तिथिवार बताना होगा। इसी तरह ध्यानाकर्षण के लिए भी नियम निर्धारित हैं। इन्हीं नियमों के आधार पर विधायक अपने-अपने प्रश्न पटल पर रख सकेंगे। ये भी पढ़ें: 150 से ज्यादा ‘अवैध कॉलोनियों’ में चलेगा धड़ाधड़ बुलडोजर, कलेक्टर का आदेश विधानसभा में घेरने विपक्ष अभी से तैयारी में जुटा
मानसून सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्षी दल ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। विधायकों से कहा गया है कि वे ज्यादा से ज्यादा सवाल पूछें। सवाल ऐसे हों जिससे सदन में ही सरकार की घेराबंदी की जा सके। प्रदेश में बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी को लेकर सरकार पर विपक्ष आक्रामक है। अन्य ज्वलंत मुद्दों पर भी घेराबंदी की तैयारी है। सवाल पूछने के लिए विधायक ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन सिस्टम का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।