मीटिंग के लिए बनाए गए मंच पर केवल पांच कुर्सियां लगाई गई। इसपर सीएम डॉ. मोहन यादव, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश के दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला बैठे। अन्य सभी बड़े नेता, सांसदों, विधायकों के साथ नीचे की कतार में बैठे। मीटिंग में शामिल हुए एमपी के सभी केंद्रीय मंत्री भी मंच के नीचे पीएम के ठीक सामने बैठे। मोहन यादव कैबिनेट के मंत्री भी यहीं राउंड टेबल पर बैठे।
इंदौर के सांसद शंकर लालवानी भी मीटिंग में शामिल होने आए थे लेकिन उन्हें द्वार पर रोक लिया गया, अंदर नहीं जाने दिया गया। वे एंट्री पास ही नहीं लाए थे जिसके कारण उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि वे अपना पास भूल आए थे। बाद में सांसद शंकर लालवानी ने अपना एंट्री पास बुलाया तब जाकर उन्हें अंदर जाने दिया गया। मीटिंग में किसी भी एमपी, एमएलए को मोबाइल ले जाने की भी अनुमति नहीं दी गई थी।