डॉ. अनीष व्यास के अनुसार इस साल शिवरात्रि 2025 पर शिव जी के साथ ही सूर्य, बुध और शनि ग्रह की भी विशेष पूजा करने का शुभ योग है। इस योग में की गई पूजा-पाठ से कुंडली से जुड़े ग्रह दोष भी शांत हो सकते हैं।
सूर्य शनि बना रहे विशिष्ट योग
ज्योतिषी डॉ. अनीष व्यास के अनुसार सूर्य और शनि पिता-पुत्र हैं और महाशिवरात्रि 2025 पर सूर्य शनि की राशि कुंभ में रहेंगे, साथ ही अन्य ग्रह और नक्षत्र इस प्रकार के योग में विद्यमान रहेंगे। यह एक विशिष्ट संयोग है, जो लगभग एक शताब्दी में एक बार बनता है।मान्यता है कि इस प्रबल योग में की गई साधना आध्यात्मिक और धार्मिक उन्नति प्रदान करती है। वहीं सूर्य बुध केंद्र त्रिकोण योग भी बना रहे हैं, पराक्रम और प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए सूर्य-बुध के केंद्र त्रिकोण योग का बड़ा लाभ मिलता है। इस योग में विशेष प्रकार से साधना और उपासना की जानी चाहिए।