भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रीवा एयरपोर्ट और एयर स्ट्रिप पर 52 सीटर विमान संचालन की अनुमति मांगी है। शेड्यूल ऐसा रहेगा कि यात्री सुबह-शाम की यात्रा से 2-3 शहर भ्रमण कर सकेंगे।
यात्रियों को यह फायदा होगा
भोपाल एयरपोर्ट से मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे, बेंगलुरु से डायरेक्ट कनेक्टिविटी है। यहां से राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक प्रदेश के पर्यटन स्थलों तक जाने के लिए सड़क या रेल मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। प्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक महत्व के शहरों के भ्रमण में 10 से 12 दिन लगते हैं। एयर सर्किट से एक ही दिन में जबलपुर और उज्जैन की दूरी तय होगी।
1.50 लाख के क्लब में भोपाल एयरपोर्ट
भोपाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट 1.50 लाख यात्री संख्या वाले क्लब में शामिल हो गया है। यह इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट से थोड़ा पीछे है। भोपाल एयरपोर्ट पर जनवरी में यात्रियों की संख्या 1 लाख 51 हजार 39 रही। इनमें 78170 यात्री भोपाल से रवाना हुए, वहीं, 72959 यात्री भोपाल पहुंचे। जनवरी में 576 विमानों ने भोपाल से आवाजाही की।
अधिकतम किराया 5 हजार तक
भोपाल एयरपोर्ट से इससे पहले स्पाइसजेट, फ्लाई बिग, जेट एयरवेज ने जबलपुर, रायपुर की उड़ानें शुरू की थी। अधिकतम किराया 5000 के अंदर रखा था। इस बार भी किराया अधिकतम 5000 के अंदर ही रखे जा सकते हैं। रीजनल कनेक्टिविटी के लिए एयर इंडिया और इंडिगो एयर लाइंस प्रयास कर रहा है। जल्द ही शेड्यूल तय होने की उम्मीद है। -रामजी अवस्थी, एयरपोर्ट डायरेक्टर भोपाल