यह लाभ केवल कुछ ही विद्वानों को मिलेगा, क्योंकि कई के पास जरूरी शैक्षणिक योग्यताएं जैसे पीएचडी, नेट, सेट नहीं हैं या उनकी उम्र अधिक हो चुकी है। अतिथि विद्वान महासंघ ने नियमितीकरण की मांग की है, क्योंकि कई विद्वान सालों से महाविद्यालयों में अध्यापन कार्य कर रहे हैं।
50 साल से ज्यादा वाले नहीं होंगे पात्र
भर्ती के तहत 50 वर्ष तक के विद्वान आवेदन कर सकते हैं, लेकिन 50 वर्ष से अधिक आयु वाले विद्वान पात्र नहीं होंगे। ऐसे अतिथि विद्धानों की संख्या लगभग दो हजार है। नियम अनुसार प्रोफेसर भर्ती में यह आरक्षण केवल उन्हीं अतिथि विद्वानों को मिलेगा, जिन्होंने 2019 की नीति के तहत शासकीय कॉलेजों में कम से कम एक पूर्ण सत्र अध्यापन किया हो या 4 अंक अर्जित किए हों। ये भी पढ़ें:
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● केमेस्ट्री – 199 ● बाटनी – 190 ● जूलॉजी – 187
● स्पोर्ट्स ऑफिसर – 187 ● फिजिक्स – 186 ● गणित – 177 ● अर्थशास्त्र – 130 ● राजनीति विज्ञान – 124 ● हिन्दी – 113 ● वाणिज्य – 111