पहलगाम से करीब 6 किलोमीटर दूर बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें अब तक 28 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मारे गए लोगों में MP के LIC अफसर सुशील कुमार नथानियल भी शामिल हैं। वे अपनी पत्नी जेनिफर, बेटी आकांक्षा और बेटे आस्टन के साथ कश्मीर गए थे। हमले में उनकी बेटी आकांक्षा को भी पैर में गोली लगी।
घरवालों को फोन लगाकर अपने सुरक्षित होने की जानकारी दी
पहलगाम हमले में प्रदेश के छिंदवाडा के किसान कांग्रेस के नेता नवीन चौधरी बाल बाल बच गए। वे घटनास्थल पर ही थे और अपने दोस्तों के साथ रील बना रहे थे। गोलियों की आवाज आई तो लगा कि पटाखे फूट रहे हैं लेकिन असलियत समझ में आते ही वहां से भाग निकले। कई घंटों के बाद उन्होंने घरवालों को फोन लगाकर अपने सुरक्षित होने की जानकारी दी।
नवीन चौधरी के भतीजे स्वामी पटेल ने मीडिया को बताया कि मंगलवार को दोपहर में मेरे दोस्त ने बताया कि पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया है, तेरे चाचा टीवी पर बता रहे हैं। पूरा परिवार चिंतित हो उठा पर शाम का चाचा ने कॉल करके बताया कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं। चाचा अभी आर्मी बेस कैंप में हैं।
वारदात के समय वे हमलावरों से चंद कदमों की दूरी पर ही थे। जैसे ही समझ में आया कि आतंकी हमला हुआ वैसे ही वे अपने दोस्तों के साथ जान बचाकर निकल गए। भागते हुए उन्होंने मोबाइल से वीडियो भी बनाया।
सड़क मार्ग और वायु मार्ग पूरी तरह बंद
नवीन चौधरी ने हमले के बाद के हालातों की भी जानकारी दी।उनके बेटे मंथन ने मीडिया को बताया कि पापा ने फोन कर जम्मू के आर्मी बेस कैंप में होने की जानकारी दी है। माहौल कुछ ऐसा है कि उन्हें वहां से निकलकर छिंदवाड़ा वापस आने में 2 से 3 दिन लग सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वारदात के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया है। आर्मी की गतिविधियां तेज हो गईं हैं। सड़क मार्ग और वायु मार्ग भी पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं।