ऐसे बना ये ग्रुप
ग्रुप के अध्यक्ष शुभम सोनी के अनुसार इसकी शुरुआत 8-10 युवाओं से की थी। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए तीन हजार से ज्यादा लोग जुड़ गए। अभी 200 से ज्यादा सक्रिय सदस्य हैं, जो हर रविवार और अवकाश के दिनों में मंदिरों में होने वाले स्वच्छता कार्यक्रम में भागीदारी निभा रहे हैं। सेवा कार्य की शुरुआत भोपाल में शीतलदास की बगिया मंदिर से की थी। इसके बाद शहर के कई मंदिरों में साफ -सफाई की गई। यह भी पढ़े –
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सोनी ने बताया कि जिस भी क्षेत्र में मंदिर में साफ-सफाई की जरूरत होती है, उसकी फोटो ग्रुप में शेयर की जाती है। इसके बाद हम मिलकर मंदिर का चयन करते हैं। इसके बाद कार्ययोजना तैयार की जाती है। अगर मंदिर पर पेंट आदि की जरूरत होती है तो युवा श्रद्धानुसार राशि देते हैं।
नौकरीपेशा और उच्च शिक्षित युवा शामिल
इस समूह में इंजीनियर, शिक्षक, चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित कई नौकरीपेशा युवाओं के साथ-साथ कॉलेज के युवा भी श्रमदान कर भूमिका निभा रहे हैं। इस ग्रुप का जबलपुर, रीवा, सिवनी, नर्मदापुरम जैसे शहरों में भी विस्तार किया जा चुका है। वहां भी सेवा कार्य करते हैं।