46 वर्षीय डॉ. कुलभूषण ने आईआईटी रुड़की से एमएससी किया था और अमेरिका में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, टेम्पा में 15 वर्षों तक केमिस्ट्री के प्रोफेसर रहे। उन्होंने अपनी पीएचडी भी अमेरिका से की थी। साल 2021 में वे अमेरिका से भारत लौट आए थे।
बिजनौर में चलाते थे कोचिंग सेंटर
बिजनौर के शक्ति नगर में रहते हुए डॉ. कुलभूषण घर से ही ऑनलाइन क्लास लेते थे। वे अमेरिका की यूनिवर्सिटी के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाते थे। साथ ही, उन्होंने बिजनौर में ‘स्टार कोचिंग’ नाम से एक कोचिंग सेंटर भी खोला था, जहां बड़ी संख्या में छात्र पढ़ने आते थे। उनका कोचिंग सेंटर भी अच्छी तरह संचालित हो रहा था।
खून से लथपथ मिली लाश
सोमवार को जब छह साल की बेटी बेला और चार साल का बेटा शिवांश स्कूल गए हुए थे, पत्नी रुचि घर की दूसरी मंजिल पर काम कर रही थीं। इस दौरान प्रोफेसर कुलभूषण ग्राउंड फ्लोर पर स्थित अपने कोचिंग सेंटर के रेस्ट रूम में थे। तभी अचानक तेज धमाके की आवाज सुनाई दी। रुचि नीचे आईं तो देखा कि प्रोफेसर का कमरा अंदर से बंद था। काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला, जिससे घबराकर उन्होंने पड़ोसियों को बुलाया। मिलकर दरवाजा तोड़ा गया, तो अंदर खून से लथपथ कुलभूषण का शव पड़ा था। उनके हाथ में तमंचा था।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरुआती जांच में पता चला कि डॉ. कुलभूषण का अपने भाई और माता से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था, जिससे वे लंबे समय से तनाव में थे।
क्या बोले एसपी?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिजनौर के एसपी सिटी डॉ. संजीव बाजपेई ने बताया कि डॉ. कुलभूषण मूल रूप से नजीबाबाद के आलोपुर गांव के निवासी थे, जहां उनके अन्य परिजन रहते हैं। 2021 में अमेरिका से लौटने के बाद वे बिजनौर के शक्ति नगर में रहने लगे थे। प्रारंभिक जांच में पारिवारिक विवाद के चलते उनके डिप्रेशन में होने की बात सामने आई है, जिसके कारण उन्होंने सुसाइड कर लिया। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।