Crazxy Movie Review: बॉलीवुड में जहां थ्रिलर फिल्मों को अक्सर खींचकर बोझिल बना दिया जाता है, वहीं क्रेज़ी अपनी तेज रफ्तार और प्रभावशाली कहानी के कारण अलग पहचान बनाती है। गिरीश कोहली के निर्देशन में बनी ये 93 मिनट की थ्रिलर सोहम शाह की दमदार परफॉर्मेंस के साथ दर्शकों को एक रोमांचक सफर पर ले जाती है। फिल्म की कहानी न केवल आपको अंत तक बांधे रखती है, बल्कि इसके इमोशनल एंगल भी गहराई जोड़ते हैं।
फिल्म क्रेजी का पोस्टर डॉ. अभिमन्यु सूद (सोहम शाह) एक असंभव परिस्थिति में फंस जाते हैं-उन्हें 5 करोड़ रुपये की सख्त जरूरत है, लेकिन तभी उन्हें एक फोन कॉल मिलता है जो उनकी दुनिया हिला देता है। उनकी बेटी का अपहरण हो चुका है, और फिरौती की मांग? ठीक वही 5 करोड़ रुपये।
इसके बाद कहानी एक जबरदस्त रोलर कोस्टर की तरह आगे बढ़ती है, जहां हर सीन तनाव और रहस्य से भरा हुआ है। निर्देशक गिरीश कोहली ने फिल्म को बिना किसी गैर-जरूरी सब प्लॉट के सटीक तरीके से गढ़ा है, जिससे क्रेज़ी हर क्षण रोमांचक बनी रहती है।
Tumbbad और Maharani जैसी फिल्मों से अपनी अभिनय क्षमता साबित कर चुके सोहम शाह ने इस फिल्म में भी कमाल कर दिया है। उनके हाव-भाव, बॉडी लैंग्वेज और गहराई भरे अभिनय से अभिमन्यु के डर, निराशा और संघर्ष को पूरी तरह महसूस किया जा सकता है। बिना ज़्यादा ड्रामा किए उन्होंने अपने किरदार को बहुत ही वास्तविकता से निभाया है।
तेज़-तर्रार पटकथा और सिनेमेटोग्राफी
फिल्म की स्क्रिप्ट चुस्त और बिना किसी फालतू दृश्य के आगे बढ़ती है। हर मोड़ कहानी को नया मोमेंटम देता है, जिससे दर्शक लगातार सीट से चिपके रहते हैं। सिनेमेटोग्राफी भी काबिले तारीफ है-डार्क टोन और क्लोज़-अप शॉट्स दर्शकों को कहानी के भीतर खींच लेते हैं।
संगीत और बैकग्राउंड स्कोर
फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर सस्पेंस को और गहरा बनाता है। विशाल भारद्वाज, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल और जैस्पर किड का संगीत कहानी में खूबसूरती से घुल-मिल जाता है, जबकि गुलज़ार और आनंद बख्शी के गीत फिल्म के इमोशनल पहलुओं को और असरदार बना देते हैं।
क्रेज़ी सिर्फ एक थ्रिलर नहीं, बल्कि एक जबरदस्त सिनेमाई अनुभव है। दमदार निर्देशन, शानदार स्क्रीनप्ले और सोहम शाह के बेहतरीन अभिनय के साथ यह फिल्म आपको आखिरी मिनट तक रोमांचित रखती है। यदि आपको थ्रिलर फिल्में पसंद हैं तो आपको ये जरूर देखनी चाहिए।