जाम की सूचना पर पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से समझाइश की। लेकिन तीन बार वार्ता बेनतीजा रही। ग्रामीणों ने सुरज्ञान मीणा की हत्या में शामिल पुलिस कर्मियों एवं चौथ का बरवाड़ा के पुलिस स्टाफ को सस्पेंड करने, मृतक के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा देने, घटना में लिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने, मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाने, दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध दर्ज प्रकरण की जांच आईजी भरतपुर से करने सहित अन्य मांग की। बाद में प्रशासन ने दोषी पुलिसकर्मियों पर जांच के बाद कार्रवाई करने व नियमानुसार सरकार से मुआवजा दिलवाने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
जानकारी के अनुसार रात करीब 11 बजे पुलिस डिडायच बनास रपट के पास खनन रोकने पहुंची थी। इस दौरान बजरी माफिया एवं पुलिस के बीच झड़प हो गई। घटना के दौरान ट्रैक्टर चालक सुरज्ञान मीणा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना से गुस्साए बजरी माफिया ने पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण लाभूराम विश्नोई की प्राइवेट गाड़ी को आग लगा दी।
ममता गुप्ता, पुलिस अधीक्षक, सवाईमाधोपुर