जलापूर्ति व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत के पास जलप्रदाय योजना के संचालन के लिए स्वच्छ जल समिति के मद में साढ़े तीन लाख रुपए की राशि भी जमा है, लेकिन राशि को खर्च करने के लिए सरकार की ओर से कोई गाइड लाइन जारी नहीं किए जाने से राशि उपलब्ध होने के बाद भी प्रशासन जलापूर्ति कराने की व्यवस्था नही कर पाया।
गुरुवार दोपहर को समस्या का समाधान कराने के लिए विकास अधिकारी नरेन्द्रसिंह की मौजूदगी में हुई बैठक में जलदाय विभाग की सहायक अभियंता जसोदा डिडवानिया, कनिष्ठ अभियंता रामखिलाड़ी मीणा, सरपंच रामलाल खींची व ग्राम विकास अधिकारी बाबूलाल कारपेंटर मौजूद रहे।
बैठक में जलदाय विभाग की सहायक अभियंता ने कहा कि जलप्रदाय योजना को विभाग ने ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दिए जाने से अब विभाग जलापूर्ति व्यवस्था नही कर सकता। ग्राम पंचायत को ही जलापूर्ति व्यवस्था करनी है। वहीं सरपंच ने कहा कि जलप्रदाय योजना को कागजों में तो ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दिया, लेकिन व्यवस्था के लिए पंचायत के पास बजट ही नहीं है। इसलिए पंचायत जलापूर्ति व्यवस्था करने में असमर्थ है। स्वच्छ जल समिति मद में साढ़े तीन लाख दिए थे। राशि को खर्च करने पर रोक लगी हुई है।
समाधान नहीं निकला
विकास अधिकारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि जलदाय विभाग व ग्राम पंचायत प्रशासन की समस्या का समाधान कराने के लिए बैठक ली गई, लेकिन समाधान नहीं निकल पाया। स्वच्छ जल समिति मद में ग्राम पंचायत के पास पड़ी राशि को जलापूर्ति व्यवस्था पर खर्च करने के राज्य सरकार से मार्ग दर्शन मांगा जाएगा।