ये है मामला
बुधवार की रात करीब 11 बजे, शहर के व्यस्त बस स्टैंड पर पुलिस द्वारा शराबियों और सामाजिक तत्वों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के दौरान दुकानदार विकास चौरसिया और पुलिसकर्मियों के बीच विवाद हो गया। पुलिस के मुताबिक दुकानदार ने एक पुलिसकर्मी को धक्का दिया, जिसके बाद तीन पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और दुकानदार को पकड़ कर बेरहमी से डंडों से पीटने लगे। वहीं, दुकानदार का आरोप है कि वह अपनी दुकान बंद कर रहा था और पुलिसकर्मियों ने बिना किसी कारण दुकान में तोडफ़ोड़ की और फिर उसे बाहर खींचकर पीटना शुरू कर दिया। दुकानदार का कहना है कि उसने किसी भी पुलिसकर्मी को धक्का नहीं दिया और न ही कोई अपराध किया, बल्कि वह अपनी दुकान के काम में व्यस्त था।
एसपी ने की कार्रवाई
इस घटना के बाद एसपी ने तुरंत कार्रवाई की और तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया। एसपी ने कहा कि घटना की जांच सीएसपी को सौंप दी गई है, ताकि मामले की सही से निष्पक्ष जांच की जा सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा बढ़ाई
वहीं, इस मामले के संदर्भ में एक और पहलू सामने आया है कि बागेश्वर धाम में होने जा रहे कन्या विवाहोत्सव के दौरान 23 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिले में आगमन होने वाला है। इसके मद्देनजर जिले में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया था, और पुलिस शराबियों और संदिग्ध तत्वों पर कार्रवाई कर रही थी। इस दौरान ही बस स्टैंड पर हुई पुलिस कार्रवाई और विवाद ने स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया।
सोशल मीडिया पर दिखा विरोध
जांच के बाद यदि पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई ठोस प्रमाण मिलते हैं, तो उन्हें सख्त सजा दी जा सकती है। वहीं, पुलिस प्रशासन ने इस घटना को लेकर जनता से संयम बनाए रखने की अपील की है और इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सभी पुलिसकर्मियों को उचित दिशा-निर्देश देने का आश्वासन दिया है। इस घटना के बाद से पूरे जिले में इस तरह की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं, और नागरिकों ने सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर अपनी नाखुशी जाहिर की है।