सीबीएसई की परीक्षा की तैयारी अंतिम चरण में
सीबीएसई द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। इस बार सीबीएसई की परीक्षा के लिए जिले में 5 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें केंद्रीय विद्यालय, महर्षि स्कूल, केयर स्कूल, नौगांव का जीसीएम और जवाहर नवोदय विद्यालय शामिल हैं। इस बार कक्षा 10वीं में 1189 और कक्षा 12वीं में 565 छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठेंगे। सीबीएसई बोर्ड ने सुरक्षा के मद्देनजर परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। इसके अलावा, छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए तीन चरणों में चेकिंग की जाएगी। पहले चरण में उनकी व्यक्तिगत जानकारी और प्रवेश पत्र की जांच की जाएगी, दूसरे चरण में स्कैनिंग की जाएगी और तीसरे चरण में परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले अंतिम जांच की जाएगी। इसके बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में बैठने की अनुमति दी जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा के लिए 82 केंद्रों का निर्माण
दूसरी ओर मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए भी सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं। इस बार माशिमं की परीक्षा के लिए 82 केंद्र बनाए गए हैं, जो पिछले साल की तुलना में 10 अधिक हैं। पिछले साल 72 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि नकल और अन्य गड़बड़ी को रोका जा सके। इस बार कक्षा 10वीं में 29828 और कक्षा 12वीं में 21084 छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे। शिक्षा विभाग द्वारा केंद्रों की संख्या बढ़ाने का कारण यह बताया गया है कि अब प्रत्येक कक्षा में 20, 40 और 60 छात्रों के मान से बैठने का नियम लागू किया गया है, जिससे केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। बढ़े हुए केंद्रों में खड्डी, दरगुवां, बकस्वाहा और जिला मुख्यालय के स्कूल शामिल हैं।
परीक्षा के दौरान फोटोग्राफी और उपस्थिति के ये है नियम
परीक्षा के दौरान केंद्रों पर फोटोग्राफी भी की जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश से पहले और परीक्षा शुरू होने के बाद फोटोग्राफी कराई जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। इसके अलावा, बोर्ड ने परीक्षा में बैठने के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य की है। हालांकि, यदि किसी छात्र की मेडिकल इमरजेंसी, राष्ट्रीय खेलों में भागीदारी या अन्य गंभीर कारणों से उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम होती है, तो वह 25 प्रतिशत उपस्थिति के साथ भी परीक्षा में बैठ सकता है, बशर्ते वह संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करें।
अंतिम तैयारियां और दिशा-निर्देश
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा और निगरानी के कड़े इंतजाम करने का आश्वासन दिया है। जिले के डीईओ आरपी प्रजापति ने कहा परीक्षाओं के दौरान छात्रों की सुरक्षा और परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और परीक्षा के दौरान केंद्रों की सख्त निगरानी की जाएगी। अब तक, सभी केंद्रों पर परीक्षा संबंधी तैयारियों का निरीक्षण किया जा चुका है और सभी दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्यवाही की जा रही है।