डिजीटल प्लेटफॉर्म के सुरक्षित उपयोग के बताए तरीके
कई महीनों तक चलने वाले इस अभियान ने जिले में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता का एक नया आयाम स्थापित किया। छतरपुर पत्रिका द्वारा आयोजित कई कार्यशालाओं और जागरूकता अभियानों ने जिले के नागरिकों को यह समझने में मदद की कि साइबर ठग किस प्रकार उनके व्यक्तिगत जानकारी और धन को धोखाधड़ी के जरिए हड़प सकते हैं। पत्रिका द्वारा आयोजित विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों में साइबर सुरक्षा के विशेषज्ञों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रहने के टिप्स साझा किए। इनमें पासवर्ड सुरक्षा, मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, फर्जी लिंक और फिशिंग ईमेल से बचाव, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते समय सतर्कता और व्यक्तिगत जानकारी का सावधानी से उपयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
साथ में पुलिस भी चला रही अभियान
इसके अलावा जिले में कुछ प्रमुख स्थानों पर साइबर सुरक्षा स्टॉल भी लगाए गए थे, जहां लोगों को तुरंत साइबर सुरक्षा से संबंधित सवालों के जवाब दिए गए और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। खासकर बुजुर्गों और महिलाओं को साइबर ठगी से बचने के उपायों के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी गई, क्योंकि ये वर्ग अक्सर ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। पत्रिका के इस अभियान ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को भी तेज किया। अभियान के तहत, साइबर ठगी के मामलों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए पुलिस को भी सक्रिय किया गया है।
साइबर ठगी के खिलाफ जागरुकता का बन रहा सुरक्षा जाल
पत्रिका के इस अभियान ने न केवल जिलेवासियों को जागरूक किया, बल्कि उन्हें साइबर अपराध से बचने के लिए उचित कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। छतरपुर पुलिस ने बताया कि साइबर ठगी के मामलों में कमी आई है, और इस अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। अभियान के अंतर्गत सभी जिलावासियों को साइबर सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझाते हुए, उन्हें एक सुरक्षित डिजिटल भविष्य की ओर बढऩे का संकल्प दिलाया गया। इसके साथ ही छतरपुर पत्रिका ने आने वाले दिनों में इस तरह के और भी अभियान आयोजित करने की योजना बनाई है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा सके।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की राय
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के जागरूकता अभियानों से लोग सिर्फ साइबर ठगी से ही नहीं बचते, बल्कि इंटरनेट पर सुरक्षित रहने के लिए उनके पास महत्वपूर्ण जानकारी होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि जिलेवासियों को अपने व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के बारे में और अधिक सजग रहना चाहिए और डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए।
पत्रिका व्यू
छतरपुर पत्रिका द्वारा चलाए गए रक्षा कवच अभियान ने जिलेवासियों में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता का एक नया स्तर स्थापित किया। अब जिले के लोग डिजीटल दुनिया में ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रहे हैं और साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क भी हैं। यह अभियान न केवल एक जानकारीपूर्ण पहल थी, बल्कि इसने समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है। अब जिलेवासियों के लिए यह एक संदेश है कि साइबर सुरक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी है।