अभियान की शुरुआत
पत्रिका के स्थानीय संवाददाता और टीम ने यह महसूस किया कि सबसे बड़ी समस्या जानकारी का अभाव है। इस समस्या से निपटने के लिए पत्रिका ने रक्षा कवच अभियान शुरू किया, जिसमें ग्रामीणों को साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक किया गया। इस अभियान में लोगों को मोबाइल फोन पर आने वाले संदिग्ध कॉल्स, लिंक के बारे में बताया गया और उन्हें ऐसे मामलों में सतर्क रहने की सलाह दी गई।
ग्रामीणों में जागरूकता का बढ़ता असर
पत्रिका के अभियान का असर अब देखने को मिल रहा है। अब ग्रामीणों को साइबर ठगों के विभिन्न हथकंडों के बारे में अच्छी जानकारी हो गई है। वे अब बिना किसी संकोच के संदिग्ध कॉल्स या संदेशों को नजरअंदाज करते हैं। कई ग्रामीणों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि पहले उन्हें साइबर ठगों के झांसे में आसानी से आ जाते थे, लेकिन अब वे सतर्क हो गए हैं और जब भी किसी अनजान नंबर से कॉल आती है, तो वे पहले उसे संज्ञान में लेते हैं और उस पर कार्रवाई करते हैं।
बताए साइबर ठगों से बचने के टिप्स
पत्रिका की ओर से ग्रामीणों को कुछ मुख्य सुरक्षा उपाय भी बताए गए हैं। संदिग्ध कॉल्स से बचें: अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स को नजरअंदाज करें और कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को अपनी बैंक डिटेल्स न दें।
लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, खासकर व्हाट्सएप पर भेजे गए लिंक पर।
एप्स डाउनलोड करते समय सतर्क रहें: मोबाइल में एप्स डाउनलोड करते समय हमेशा ध्यान रखें कि वे विश्वसनीय स्रोत से हो।
सुरक्षित इंटरनेट उपयोग करें: सार्वजनिक नेटवर्क पर कभी भी व्यक्तिगत जानकारी न साझा करें, क्योंकि ये असुरक्षित हो सकते हैं।
पासवर्ड बदलते रहें: अपने बैंक खातों और अन्य ऑनलाइन खातों के पासवर्ड को नियमित रूप से बदलें और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
रक्षा कवच अभियान की सफलता
इस अभियान ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर ठगों के खिलाफ एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया है। अब लोग ठगों के झांसे में आने से बच रहे हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत प्रशासन को करने में संकोच नहीं करते। पत्रिका के इस प्रयास की सराहना करते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने भी इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के अभियानों से न केवल साइबर अपराधों में कमी आएगी, बल्कि लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। अभियान के संचालकों ने यह भी कहा कि आने वाले समय में इस अभियान को और विस्तारित किया जाएगा, ताकि जिले के हर एक व्यक्ति तक यह जानकारी पहुंचे और वे साइबर ठगों के खिलाफ सचेत हो सकें।