IND vs NZ Final: भारत से फाइनल हारने के बाद निराश हुए मिचेल सेंटनर, जानें किसके सिर फोड़ा हार का ठीकरा
IND vs NZ Final Highlights: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारत से हारने के बाद अपने बदलते वेन्यू को लेकर न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सेंटनर का दर्द बाहर आया। उन्होंने कहा कि हमारे सामने अलग-अलग चुनौतियां थीं। हम पूरे टूर्नामेंट में अलग-अलग विकेटों पर खेलते रहे।
IND vs NZ Final Highlights: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चार विकेट से शानदार जीत दर्ज करते खिताब पर कब्जा जमाया है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 251 रन ही बना सकी। इसके जवाब में भारत ने रोहित शर्मा की शानदार अर्धशतकीय पारी की बदौलत लक्ष्य को एक ओवर पहले ही हासिल कर लिया। खिताबी मुकाबला हारने के बाद कीवी कप्तान मिचेल सेंटनर काफी निराश नजर आए। उन्होंने कहा कि हमारे सामने अलग-अलग चुनौतियां थीं, पूरा टूर्नामेंट हमने अलग-अलग वेन्यू पर खेला।
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हारने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सेंटनर ने कहा कि ये एक अच्छा टूर्नामेंट रहा है। हमारे सामने कई चुनौतियां थीं, लेकिन हमने कुछ अच्छी क्रिकेट खेली है। हम आज एक अच्छी टीम से हार गए। हमारे पास बहुत सारे अच्छे खिलाड़ी थे। सभी ने अलग-अलग समय पर आगे बढ़कर प्रदर्शन किया और सभी ने योगदान दिया। एक कप्तान और एक टीम के रूप में आप यही उम्मीद कर सकते हैं। (मध्य ओवरों के दौरान धीमा पड़ने पर) यह अच्छी गेंदबाजी थी। हमने पावरप्ले के बाद कुछ विकेट खो दिए। उन्होंने वास्तव में दबाव बनाया। उनके स्पिनरों ने जिस तरह से गेंदबाजी की, उसका श्रेय उन्हें जाता है, वे चारों विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं।
‘हमने शायद 20 या 25 कम रन बनाए’
उन्होंने कहा कि हम शायद 20 या 25 से कम रन बना पाए, लेकिन हमें पता था कि हमारे पास एक टोटल है। हमने लड़ने की कोशिश की और हमने वही किया। पावरप्ले बल्लेबाजी के लिए सबसे अच्छा समय था, रोहित और गिल ने अच्छा प्रदर्शन किया। रोहित की पारी शानदार थी, उस विकेट पर लगभग एक रन प्रति गेंद थी और इसने हमें बैकफुट पर ला दिया, लेकिन हम जानते थे कि मैच जल्दी बदल सकता है और हमने विकेट चटकाए और खेल में बने रहे।
सेंटनर ने रचिन रविंद्र को लेकर कहा कि हमने देखा है कि वह प्रमुख आयोजनों में कैसे आगे बढ़ता है, जो आप उम्मीद कर सकते हैं। वह इतनी कम उम्र में अपने खेल को समझता है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि उसका भविष्य उज्ज्वल है। आज भी जिस तरह से उसने कुछ समय के लिए भारत पर दबाव बनाया। यह बहुत ही सुखद रहा है।
वेन्यू को लेकर छलका दर्द
उन्होंने आगे कहा कि अलग-अलग समय पर अलग-अलग खिलाड़ियों के आगे आने से मेरा काम थोड़ा आसान हो गया। हालांकि मैं इस टूर्नामेंट में उनके काम के लिए पर्याप्त धन्यवाद नहीं कर सकता। इस दौरान भारत के एक ही वेन्यू और अपने बदलते वेन्यू को लेकर सेंटनर का दर्द भी सामने आया। इस पर उन्होंने कहा कि हमारे सामने अलग-अलग चुनौतियां थीं। हम पूरे टूर्नामेंट में अलग-अलग विकेटों पर खेलते रहे। हालांकि हमने जितनी जल्दी हो सके, प्रत्येक वेन्यू पर खुद को ढाल लिया।