उन्होंने अपने पहले ही ओवर में चेन्नई के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को आउट किया। गायकवाड़ ने फुल लेंथ बॉल पर शॉट मारा, लेकिन गेंद विल जैक्स के हाथों में जा गिरी, और इस तरह पुथुर ने मैच की शुरुआत ही शानदार तरीके से की। अपने अगले ओवर में शिवम दुबे को लॉन्ग ऑन पर कैच करवा दिया, और फिर दीपक हुड्डा को भी अपनी गेंद पर चलता किया, जिन्होंने पुथुर की गेंद पर स्लॉग स्वीप खेला, और गेंद सीधे डीप स्क्वायर लेग फील्डर के हाथों में गई।
पहले तेज गेंदबाजी करते थे विग्नेश
केरल के इस युवा गेंदबाज की शुरुआत बहुत ही दिलचस्प रही है। विग्नेश पुथुर ने 11 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। वह पहले मध्यम गति की गेंदबाजी करते थे, लेकिन एक स्थानीय क्रिकेटर मोहम्मद शरीफ की सलाह पर उन्होंने स्पिन गेंदबाजी को अपनाया, और फिर वह ‘चाइनामैन’ गेंदबाज के तौर पर पहचान बनाने में सफल रहे। उन्होंने केरल क्रिकेट लीग में एलेप्पी रिपल्स के लिए भी खेला, और बाद में तमिलनाडु प्रीमियर लीग में कुछ समय बिताया। हालांकि, उनके पास अभी तक केरल सीनियर टीम में खेलने का अनुभव नहीं है, फिर भी मुंबई इंडियंस ने उन्हें 30 लाख रुपये में आईपीएल ऑक्शन में खरीदा। विग्नेश पुथुर का डेब्यू मैच शानदार था। टीम की हार के बावजूद, उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींच लिया। मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को 156 रन का लक्ष्य दिया, जिसे सीएसके ने अंतिम ओवर की पहली गेंद पर हासिल कर लिया। मुंबई की हार के बावजूद पुथुर का प्रदर्शन एक बड़ी उपलब्धि था। उन्होंने 4 ओवरों में 32 रन दिए और तीन बड़े विकेट झटके। पुथुर ने विकेट लेकर टीम की वापसी का प्रयास किया, लेकिन कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 3 ओवर के बाद उनका ओवर रोक लिया, जो बाद में एक गलती साबित हुई, क्योंकि पुथुर ने 3 ओवर में 3 विकेट लेकर मैच का पलड़ा पलटने की कोशिश की थी।
इसके बाद, इस युवा गेंदबाज की तारीफ महेंद्र सिंह धोनी ने भी की। मैच के बाद, धोनी ने खुद आकर विग्नेश की पीठ थपथपाई, और यह पल पुथुर के लिए करियर का सबसे यादगार लम्हा बन गया। इस मौके पर कमेंटेटर रवि शास्त्री ने कहा, “ये पल विग्नेश कभी नहीं भूलेगा।” इस पल ने विग्नेश की क्रिकेट यात्रा को एक नई दिशा दी और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया।
मुंबई इंडियंस के स्टैंड-इन कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी कहा, “कमाल है, एमआई हमेशा से ऐसा करता आया है। हमारे स्काउट्स पूरे साल मेहनत करते हैं, और विग्नेश उसी मेहनत का नतीजा है।” यह सच भी है कि मुंबई इंडियंस ने विग्नेश पुथुर को 30 लाख रुपये के बेस प्राइस पर खरीदा था, और उनका प्रदर्शन इस खरीदारी को सही साबित करता है। विग्नेश पुथुर ने अपने डेब्यू मैच में भले ही तीन विकेट झटके, लेकिन इससे उनकी लोकप्रियता और करियर की शुरुआत को नई ऊंचाइयां मिली हैं। भविष्य में, अगर वह अपनी गेंदबाजी में और सुधार करते हैं, तो न केवल मुंबई इंडियंस, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम में भी अपनी जगह बना सकते हैं।