गुस्साए परिजनों ने लगाया जाम इधर, हादसे की खबर लगते ही मृतक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंचे और शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। मृतक के परिजन दोषी वाहन चालक पर कार्रवाई, परिवार को आर्थिक सहायता और मृतक के आश्रित को नौकरी देने की मांग कर रहे थे। इधर, चक्काजाम की सूचना मिलने पर देहात थाना प्रभारी रचना मिश्रा और पथरिया एसडीएम निकेत चौरसिया मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी और परिजनों को उचित मुआवजा व फैक्ट्री में नौकरी दिलाने की कार्रवाई प्रस्तावित किए जाने आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन शांत हुए और जाम हटाया गया। हालांकि इस पूरी कार्रवाई में दो घंटे का समय लगा जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और सैकड़ों वाहन सड़क के दोनों ओर खड़े नजर आए। इनमे कुछ वाहनों में सवारियां थीं जिन्हें जाम की वजह से परेशानी उठानी पड़ी।
बाद में परिजनों की सहमति पर मृतक के शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए दमोह भेजा गया और बाद में परिजनों को सौंपा गया। फिलहाल, पुलिस ने कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पत्रिका ने चेताया, लेकिन नहीं समझे जिम्मेदार
इमलाई से नरसिंहगढ़ तक हादसे की िस्थति हर समय बनी रहती है। इसकी वजह से 15 किमी के दरम्यान चलने वाले फैक्ट्री के सैकड़ों डंपर वाहन हैं। इन वाहनों में क्लिंकर, कोयला व राखड़ भरी होती है, जिसे ईमलाई से नरसिंहगढ़ और नरसिंहगढ़ से इमलाई फैक्ट्री लाया ले जाया जाता है। इस दौरान डंपर से डस्ट न उड़े इसकी व्यवस्था नहीं की जाती है, जो उड़कर दो पहिया वाहन चालाकों की आंखों में जाती है और बाइक चलाने में उन्हें असुविधा होती है। इसके अलावा फक्ट्री में चलने वाले वाहनों की रफ्तार अधिक रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि डंपर अधिक से अधिक चक्कर दिन भर में लगा सके। यही वजह है कि इस मार्ग पर हर समय सड़क हादसे की िस्थति बनी रहती है।लगातार हो रहे हादसों से ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने मांग की है कि हाईवे पर ट्रैफिक नियंत्रण और स्पीड ब्रेकर जैसी सुरक्षा व्यवस्थाएं की जाएं, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।