CG News: बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित रही
तेज हवाओं के चलते बिजली के खंभे भी टूटकर गिर गए, जिससे मुख्यालय में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित रही। इसके अलावा कैंप सुरक्षा के लिए उपयोग किए जा रहे
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी नुकसान पहुंचा है। घटना की जानकारी मिलते ही कैप में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और क्षतिग्रस्त संरचनाओं, सरकारी संपत्ति व संभावित जान-माल के नुकसान का जायजा लिया। नुकसान का विस्तृत आंकलन कर इसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।
कमाण्डेंट ने संबंधित विभागों को जवानों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश दिए हैं। जवानों ने कड़ी मशक्कत कर गिरे हुए पेड़ और खंभों को हटाकर रास्ते को साफ किया। प्राकृतिक आपदा के बावजूद जवानों की तत्परता और साहसिक प्रयासों से स्थिति पर जल्द नियंत्रण पा लिया गया।
तेज हवा और बारिश से दो ग्रामीणों का आशियाना उजड़ा
दूसरी ओर नकुलनार में रविवार शाम नकुलनार क्षेत्र में आई तेज आंधी और मूसलधार बारिश ने जहां एक ओर लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दी, वहीं गोंगपाल गांव के दो परिवारों के लिए यह कहर बनकर टूटी। तेज हवा और तूफान के कारण पूर्व सरपंच जोली ओयाम और कमलू कुंजाम के मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार, अचानक आई तेज आंधी से मकानों की छतों पर लगी टीन की सीटें उड़ गईं, जो दूर जाकर गिरने से चकनाचूर हो गईं। तेज बारिश के कारण घरों में पानी भर गया, जिससे अंदर रखा राशन, कपड़े, और इलेक्ट्रॉनिक सामान भी भीगकर खराब हो गए। पीड़ित परिवारों को रात बिताने के लिए अपने पड़ोसियों के घरों का सहारा लेना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्र में पहली बार इतनी तेज हवा और बारिश एक साथ देखने को मिली, जिससे किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिला। लोगों का कहना है कि तेज तूफान ने भारी नुकसान पहुंचाया है और अब वे बेघर होने की स्थिति में हैं।
नक्सल पीड़ितों को रोजगार के अवसर से कराया अवगत
CG News: नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में प्रशासन ने नक्सल पीड़ित परिवारों के पुनर्वास और सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। जिला प्रशासन की पहल पर लगभग 100 नक्सल पीड़ित परिवारों के सदस्यों को लाइवलीहुड कॉलेज दंतेवाड़ा का भ्रमण कराया गया। भ्रमण के दौरान प्रतिभागियों की काउंसलिंग की गई, जिसमें उन्हें विभिन्न आजीविका गतिविधियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों ने उन्हें
स्वरोजगार और हुनर आधारित रोजगार के अवसरों से अवगत कराया, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आगामी 10 दिनों के भीतर इन परिवारों को प्रशिक्षण दिलाना सुनिश्चित करें। इसका उद्देश्य केवल रोजगार उपलब्ध कराना नहीं, बल्कि पीड़ितों को समाज की मुख्यधारा में जोड़कर उन्हें समानजनक जीवन जीने का अवसर देना भी है।
मुआवजे की मांग
पीड़ित परिवारों का मानना है कि इस हवा तूफान और बारिश से उनको काफी आर्थिक क्षति हुई है। शासन से उन्होंने मांग की है कि सर्वे कराकर उनके क्षति का आकलन करें और जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति दी जाए, ताकि वे अपने आशियानें को फिर से सुधार सकें।