शिकायत पत्र में महिला ने कहा कि नगर परिषद ने उसकी दुकान को अवैध बता दिया। गत 19 अप्रेल को परिषद का कार्मिक गेट बंद करने की धमकी देकर चला गया। दूसरे दिन 20 अप्रेल को नोटिस चस्पा कर सात दिवस में कागजात मांगे। महिला ने बताया कि इस दुकान की पहली रजिस्ट्री अर्जुन सिंह ने हरविंदर को की। इसके बाद हरविंदर ने अर्चना सिंह पत्नी राजेन्द्र सिंह गुर्जर को बेच दी। इसके बाद दुकान को उसने अर्चना सिंह से खरीदी। पट्टा भी नगर परिषद धौलपुर से ट्रांसकर करा लिया। वर्तमान में वह काबिज है। आरोप लगाया कि नगर परिषद आयुक्त इस पर भी संतुष्ठ नहीं हैं। पत्र में महिला ने नगर परिषद अध्यक्ष के परिजन पर भी आरोप लगाए हैं।
– इस संबंध में शिकायत मिली है। आयुक्त को जांच करने के निर्देश दिए है। उक्त रास्ता जो है, वो सरकारी रास्ता है। मामले की जांच करवा रहे हैं।- श्रीनिधि बी टी, जिला कलक्टर, धौलपुर