– नगर परिषद कार्रवाई से पहले दुकानदार व आम व्यक्ति को समय दें। जिससे उसका नुकसान नहीं हो। सभी चाहते हैं कि अतिक्रमण हटे और शहर की सडक़ें चौड़ी हों, लेकिन कार्य व्यवस्थित तरीके से होना चाहिए। परिषद ने विज्ञापन समाचार पत्र में दिया है तो काफी लोग पेपर नहीं पढ़ते, ऐसे में लाउड स्पीकर से 48 घंटे पहले सूचित किया जाना चाहिए।
– अखिलेश गोयल, व्यापारी – समझ में नहीं आ रहा कि परिषद नालों से कब्जे हटा रही है या फिर अतिक्रमण। दो कार्रवाई एक साथ चलने से अव्यवस्था हो रही है। नगर परिषद को प्लान तैयार कर कार्रवाई करनी चाहिए। अतिक्रमण हटाने के साथ ही नगर परिषद को फुटपाथ और नालियां बनानी चाहिए, जिससे वापस कब्जे न हो। चूड़ी मार्केट में की कार्रवाई थोड़ी जल्दबाजी दिखी। एक दिन पहले चेतावनी देनी चाहिए थी।
– राजीव सिंघल, व्यापारी – नगर परिषद को अपनी कार्रवाई का प्लान सार्वजनिक करना चाहिए, जिससे लोग खुद अतिक्रमण हटा सकें। बुलडोटर और जेसीबी से कार्रवाई के दौरान भवन को काफी नुकसान होता है। होर्डिंग्स इत्यादि तो चेतावनी देकर हटवाए जा सकते हैं। कार्रवाई का विरोध नहीं है लेकिन नियम कायदे से हो तो ज्यादा बेहतर है। सभी सहयोग करने को तैयार हैं।
-अतुल अग्रवाल, व्यापारी – राजधानी जयपुर में भी अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं लेकिन वहां पर लाउड स्पीकर से पहले चेतावनी दी जाती है। नगर परिषद को पहले सूचना या फिर नोटिस देना चाहिए। जिससे उसे खाली करने का समय मिल सके। साथ ही जिनके उचित कागजात हैं, उन्हें जांच लें। या फिर कैम्प लगाकर चेक कर लें, जिससे लोग बेवजह परेशान न हो। साथ ही उनका नुकसान भी न हो।
– राजेश पाठक, व्यापारी – नगर परिषद की कार्रवाई से आमजन और व्यापारियों में डर का माहौल बना हुआ है। परिषद तो शिकायत करने वाले के खिलाफ ही उल्टा कार्रवाई कर रही है। ये तरीका सही नहीं है। अतिक्रमण हटाया जा रहा है, मलबा सडक़ पर ही छोड़ देते हैं। नालियां और नाले साथ ही साथ बनने चाहिए, जिससे आगामी बरसात में पानी न रुके। इससे तो हालात और बिगड़ जाएंगे।- शैलेश कुमार गोयल, व्यापारी
कार्रवाई सामान रूप से होनी चाहिए। दस्ता कार्रवाई करके बीच में छोड़ जाता है। कार्रवाई हो तो सभी पर बराबर हो। राजाखेड़ा बाइपास पर कार्रवाई की लेकिन अभी तक नालियां नहीं बनाई। न ही रोड को चौड़ा करने का कार्य हुआ। इससे तो कुछ दिन बाद वापस अतिक्रमण हो जाएगा। प्रशासन को सैंपऊ रोड पर नहर पर किए कब्जे को भी सामान रूप से हटाना चाहिए। तभी पानी निकास हो सकेगा।
– प्रवीण कुमार, व्यापारी – नगर परिषद एक रूपता के साथ कार्रवाई करें। राजनीतिक प्रेशर में कार्रवाई न हो। सभी चाहते हैं कि शहर की सडक़ें चौड़ी हो और फुटपाथ बने जिससे लोग आसानी से निकल सकें। साथ ही नाले और नालियों का निर्माण हो, जिससे बरसात के दौरान पानी निकल सके। शहर की सडक़ों की मरम्मत होनी चाहिए। जगह-जगह सडक़ें खुदी पड़ी हैं, लोग बीमारी का शिकार हो रहे हैं।- विशाल सिंघल, व्यापारी
– प्रशासन ने प्लान बनाकर कार्रवाई नहीं की तो अगली मानसूनी बरसात में शहर को डूबने से कोई नहीं बचा सकता है। बाड़ी रोड पर नाला बंद पड़ा है, उसे सही किया जाए। शहर के नाले खोलें और तुरंत मरम्मत हो, जिससे देरी न हो पाए। धौलपुर की जनता प्रशासन के साथ है। लेकिन प्रशासन को व्यवस्थित तरीके से कार्रवाई करनी चाहिए।
– अनिल अग्रवाल, व्यापारी