घटनाक्रम के चलते सोमवार से जिला परिवहन कार्यालय में कामकाज प्रभावित है। वहीं, बीते दो दिन से लाइसेंस प्रक्रिया, रेन्यूवल, फीस जमा और टैक्स इत्यादि कार्य का कार्य ठप है। कार्यालय के काउंटर सूने पड़े हैं और कार्मिक काली पट्टी बांध कर पुलिस कार्रवाई का विरोध जता रहे हैं।
धौलपुर से प्रतिदिन 25 लाख से अधिक का राजस्व बता दें कि धौलपुर जिले से प्रतिदिन परिवहन विभाग की ओर से वाहन जांच समेत अन्य कार्यों से करीब 25 से 30 लाख रुपए का राजस्व एकत्र किया जाता है। पुलिस कार्रवाई के चलते सोमवार से टैक्स वसूली का कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है। जिससे अभी तक करीब एक करोड़ रुपए राजस्व का सरकार को नुकसान हो चुका है। परिवहन विभाग जिले में प्रति माह करीब 9 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्र करता है। वहीं, विभाग को बीते साल करीब 152 करोड़ रुपए राजस्व एकत्र करने का लक्ष्य दिया था। लेकिन परिवहन निरीक्षकों के जांच बंद करने से राजस्व लक्ष्य प्रभावित हो सकता है।
लाइसेंस बनने आ रहे लोग परेशानवहीं, जिला परिवहन कार्यालय लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंच रहे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को कार्यालय गेट बंद होने से बाहर लोगों की भीड़ जमा रही। बाड़ी से आए इकबाल व कौलुआपुरा सैंपऊ से आए अमित ने बताया कि उनका लाइसेंस बनना था लेकिन कार्मिकों के कार्य नहीं करने से काम नहीं हो रहा है। इसी तरह राजाखेड़ा से आए सुरेश ने बताया कि फोटो खींचवाने की आज अंतिम तिथि थी। लेकिन काउंटर बंद है। अब समझ नहीं आ रहा है कि आज फोटो नहीं खींचा तो फिर जुर्माना लग सकता है। इसी तरह कुछ लोग एक-दो जने अन्य प्रदेशों से टैक्स जमा कराने के लिए कार्यालय आए थे। लेकिन काम बंद होने से वह भी परेशान घूम रहे थे।
– परिवहन निरीक्षकों ने वाहनों की जांच बंद कर दी है। जिससे राजस्व का नुकसान हो रहा है। पुलिस कार्रवाई को लेकर कार्यालय कार्मिकों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया है। – गौरव यादव, जिला परिवहन अधिकारी