CG Panchayat Chunav 2025: विधायक के बिगड़े बोल…
बता दें कि पंचायत चुनावों के लिए आखिरी चरण का मतदान रविवार को होना है। विधायक इससे पहले भाजपा के प्रचार में गांव-गांव सभा ले रहे हैं। इसी कड़ी में चुनावी सभा लेने के लिए बीते दिनों वे बोरसी पहुंचे थे। उन्हें सुनने बड़ी संख्या में भीड़ भी पहुंची थी। मंच पर विधायक भाषा दे रहे थे। इस दौरान सामने खड़े कुछ लोग
विधायक के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। भाषण के बीच दौरान विधायक इन पर भड़क उठे। इन्हें बुरा-भला कहते हुए कॉन्ग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में आने वालों को भी टारगेट में ले लिया।
इस टीका-टिप्पणी ने पूरी सभा का माहौल गरमा दिया। इसके बाद बवाल का जो वीडियो वायरल है, उसमें विधायक कह रहे हैं… रोहित साहू ल सीधा झन समझ। तोर अमितेस शुक्ला ल पानी पिया दे हंव मय ह। चमचईगिरी झन कर इहां। तंय दारू पीके मोर सामने बात मत कर। समझ गे। अभी अंदर करवाहूं। तोर झोंटा (सिर के बाल) ल निकाल दुहूं बता देत हंव। बताते हैं कि इस बयान के बाद बोरसी समेत आसपास के गांवों में भी पार्टी के कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी है। मामले में विधायक का भी पक्ष जानने की कोशिश की गई। हालांकि, उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।
अरंड में बोले… पिछले चुनाव में समर्थन नहीं मिला था
अरंड गांव में भी विधायक रोहित साहू की चुनावी सभा विवादों में घिर गई है। यहां प्रचार में आए विधायक से लोगों ने मूलभूत सुविधाओं की मांग रखी। बताते हैं कि विधायक ने
विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र से वोट नहीं मिलने की वजह से मांग पूरी न हो पाने की बात कही। विधायक की इस बात पर वहां भी ग्रामीणों द्वारा खूब हंगामा मचाने की बात सामने आई है। बासीन, चरौदा और बेलर में भी इसी तरह के विवादित बयान के चलते ग्रामीणों के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी होने की बात कही जा रही है।
21 डीके-17-18
मुकेश साहू ने कहा कि विधायक ने चुनावी सभा के दौरान कहा कि कांग्रेस के लोग तलवा चाटने वाले लोग हैं। वो लोग मेरा कुछ नही बिगाड़ सकते। न ही कोई और मेरा कुछ बिगाड़ सकता हैं। अपनी पार्टी की प्रत्याशी को लेकर उन्होंने कहा कि बोरसी के लोग वोट भले ही मत दे, तब भी में उसे
जिला पंचायत का चुनाव जितवाकर रहूंगा। चुनाव जीतना या हारना पार्टियों का मुद्दा हो सकता है। इसे लेकर गांव के लोगों से इस तरह का व्यवहार करना बिलकुल गलत है। उन्होंने बताया कि विधायक की इस तरह की बयानबाजियों के बाद आसपास के गांवों में भी माहौल गरमा गया है।
नरेंद्र साहू ने बोरसी में गहराए विवाद पर कहा कि वे रोहित के मुरीद रहे हैं। गांव का सरपंच बनने से जिला पंचायत सदस्य बनने, फिर जोगी कॉन्ग्रेस से भाजपा में शामिल होने के बाद से अब तक उनके साथ रहे हैं। आज
विधायक बनने के बाद जिस तरह उन्होंने पूरे बोरसी के लोगों को ‘अमितेश शुक्ल का तलवा चाटने वाले’ और ‘एक क्वार्टर दारू में बिकने वाले’ कहा है, वह सर्वथा अनुचित है। कांग्रेस-भाजपा अपनी जगह है। गांव में सब लोग साथ मिलकर रहते हैं। इस तरह गांव का माहौल बिगाड़ने वाला बयान नहीं देना था। ये गलत है।