Gonda News: गोंडा जिले में तैनात रेशम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर रामानंद मल्ल ने पुलिस को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा कि 15 जनवरी को उनके मोबाइल फोन पर कॉल कर बताया गया कि उनके आधार कार्ड से 29 दिसंबर 2024 को दिल्ली से सिम प्राप्त किया गया है। उस फोन नंबर से अवैधानिक कार्य जैसे-पैसे मांगना, वीडियो बनाना, एमएमएस का कार्य हुआ है।
साइबर ठगों ने फोन पर बताई ये बात
डिप्टी डायरेक्टर ने पत्र में आगे बताया कि इसके बाद मेरी कॉल नई दिल्ली द्वारिकापुरी पुलिस स्टेशन के कथित आईपीएस अधिकारी से कनेक्ट कर दी गई। अधिकारी ने बताया कि HDFC बैंक में एक खाता खोला गया है। जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग स्मगलिंग के 68 करोड़ रुपए ट्रांजैक्शन हुए हैं। आप ने 5 लाख रुपये में बैंक खाता बेचा है। नई दिल्ली आकर जमानत कराने की बात कही गई।
जमीन बेची, दोस्तों से उधार और बैंक से कर्ज लिया
रेशम विभाग के डिप्टी डायरेक्टर ने डर से अपनी जमीन बेच दी। दोस्तों और बैंक से कर्ज लिया। ठगों के अकाउंट में 78.80 लाख रुपये जमा करा दिए। उपनिदेशक रामानन्द मल्ल ने बताया कि मैंने दिल्ली से एक सिमकार्ड खरीदा था। आरोपियों ने कहा कि उस सिमकार्ड का उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग में हुआ है। इसके बाद 17 दिनों तक ठग मानसिक रूप से प्रताड़ित कर मुझसे पैसे ऐंठते रहे। इसके बाद फिर 2 लाख रुपये की मांग की गई। साइबर थाने में केस दर्ज कर पुलिस ने शुरू की जांच
एसपी से शिकायत के बाद साइबर थाने में केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। आधिकारिक के मुताबिक प्रारंभिक जांच में कुछ बैंक अकाउंट्स जिसमें पैसे भेजे गए थे। प्रकाश में आए हैं। जिन पर कार्रवाई की जा रही है।