बेचू यादव के नाम पर फर्जी तरीके से जारी है DBBL गन
दरअसल, यह पूरा मामला 25 जनवरी 2020 से जुड़ा है, जब आयुध विभाग के लिपिक सुनील कुमार गुप्ता ने जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। FIR के मुताबिक, सांसद रामभुआल निषाद ने जिस DBBL गन का इस्तेमाल किया, उसका लाइसेंस बेचू यादव नामक व्यक्ति के नाम से जारी था। जांच में सामने आया कि वह लाइसेंस कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर इस्तेमाल किया जा रहा था, जबकि बेचू यादव की मौत हो चुकी थी।
मृतक व्यक्ति के नाम पर जारी है लाइसेंस, कोर्ट में पेश होने की कर रहे अवहेलना
मामले की विवेचना पूरी होने के बाद पुलिस ने बताया कि सांसद ने मृतक व्यक्ति के नाम पर जारी हथियार लाइसेंस का दुरुपयोग किया। इस आधार पर आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया गया। इसके बाद कोर्ट ने आरोपी को पेश होने के लिए कई बार समन व वारंट जारी किया, लेकिन हर बार सांसद की ओर से अनुपस्थिति रही।
कोर्ट ने हाजिर कराने का जिम्मा SSP गोरखपुर को सौंपा
सपा सांसद के कोर्ट में लगातार गैरहाजिर रहने पर अब न्यायालय ने कठोर रुख अपनाते हुए गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। साथ ही, आरोपी की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए गोरखपुर के SSP गोरखपुर को पत्र भेजा गया है, जिसमें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि अगली सुनवाई पर सांसद की उपस्थिति कोर्ट में हो।