मेडिकल PG में एडमिशन के नाम पर धोखाधड़ी
पीड़ित छात्र विमल त्रिपाठी सिद्धार्थनगर कॉलोनी में रहता है। विमल MBBS करने के बाद डिप्लोमा इन चाइल्ड हेल्थ (DCH) कोर्स में एडमिशन की तैयारी शुरू की थी। इस मामले में छात्र के पिता गोविंद त्रिपाठी की तहरीर पर पुलिस ने अमित दुबे निवासी पुणे (हिंजेवाड़ी) के खिलाफ रामगढ़ताल थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
एडमिशन कराने के भरोसे में लेकर 26.85 लाख कराया अकाउंट में ट्रांसफर
पीड़ित छात्र के पिता ने बताया कि बेटे के मेडिकल पीजी में एडमिशन को लेकर वह लगातार जानकारी जुटा रहे थे। इसी बीच उन्हें अमित दूबे नाम के व्यक्ति और उसकी फर्म के बारे में जानकारी मिली, उससे संपर्क करने पर अमित दूबे ने खुद को एडमिशन एजेंट बताया और मुंबई स्थित ऑफिस में बुलाया। बेटे के एडमिशन के लिए गोविंद त्रिपाठी 23 सितंबर, 2022 को विमल को लेकर मुंबई पहुंचे और अमित से मुलाकात की। उसने विमल के शैक्षिक प्रमाण पत्र लेने के साथ-साथ 26.85 लाख रुपए की मांग की और दावा किया कि वह तुरंत मुंबई के रेपुटेड कॉलेज में दाखिला करवा देगा। भरोसे में लेकर आरोपी ने फीस के तौर पर 13.85 लाख रुपए गोविंद की पत्नी के खाते से और 13 लाख रुपए गोविंद के खाते से अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए।
SP सिटी बोले…मुकदमा दर्ज कर हो रही है जांच
कुछ दिन बीतने पर अमित दूबे ने ‘कॉलेज ऑफ फिजीशियन एंड सर्जन ऑफ मुंबई’ नाम के संस्थान से DCH कोर्स में एडमिशन लेटर दिया।लेकिन जब विमल संबंधित कॉलेज में दस्तावेजों के साथ पहुंचा तो कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि ऐसा कोई एडमिशन लेटर नहीं दिया गया है। इसके बाद गोविंद त्रिपाठी ने कई बार अमित से संपर्क किया। पहले वह हीलाहवाली करता रहा लेकिन बाद में धमकी देने लगा। थक हार कर गोविंद त्रिपाठी ने रामगढ़ताल थाने में लिखित शिकायत दी। पुलिस ने अमित दूबे के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। SP सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। दोषी के विरुद्ध कड़ी कारवाई की जाएगी।