इसके बाद सूचना
एमपी के ग्वालियर स्टेशन को दी गई, जिस पर डिप्टी एसएस सहित ओएचई स्टाफ और संबंधित कर्मचारी मौके पर पहुंचे। ट्रेन प्लेटफॉर्म एक पर आई। सूचना मिलते ही कुछ देर के लिए ओएचई लाइन को बंद करके बंदर को देखा गया, लेकिन नहीं मिला।
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इसके चलते ट्रेन स्टेशन पर दस मिनट तक खड़ी रही। बंदर की सूचना पर वन विभाग से भी कर्मचारी मौके पर आ गए, लेकिन वह छुप गया, जैसे ही ट्रेन चली तो एक बार फिर दिखाई दिया। जिस पर डबरा को सूचना दी गई।
स्टेशन पर आरपीएफ के साथ रेलवे कर्मचारियों ने ओएचई लाइन बंद करके सीढ़ी लगाकर बिस्कुट डाले, बंदर का छोटा बच्चा कोच के ऊपर बैठ गया। काफी प्रयास के बाद वह उतरकर भाग गया। इसके चलते ट्रेन को दोपहर 1.26 से 1.40 बजे तक रोका गया। यात्रियों ने बताया कि बंदर राजा की मंडी से चढ़ा था।