इसलिए जरूरी है कि आप अपनी रोज की डाइट में कुछ ऐसी सब्जियां शामिल करें जो किडनी को ताकत दें और उसे स्वस्थ बनाए रखें। आइए जानते हैं, इन पांच सब्जियों के बारे में जो आपकी किडनी के लिए बहुत फायदेमंद होंगी। (Vegetables For Kidney Diet)
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए खाएं ये सब्जियां (Kidney patient ko kaun kaun si sabji khani chahie)
1. लौकी (Pumpkin)
लौकी बहुत ही हल्की और ठंडी तासीर वाली सब्जी होती है। इसमें पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो शरीर से खराब चीजों को बाहर निकालने में मदद करता है। लौकी पेट के लिए भी अच्छी होती है और गैस या एसिडिटी नहीं होने देती। आप इसे उबालकर हल्की सब्जी बनाकर या जूस की तरह भी ले सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Vitamins For Liver: लिवर को खराब कर सकते है ये विटामिन, भूल से भी नहीं होने दें शरीर में इसकी कमी 2. तोरई (Ridge gourd)
तोरई दिखने में भले ही साधारण लगे लेकिन सेहत के लिए बहुत काम की है। ये आसानी से पच जाती है और पेट को आराम देती है। इसमें मौजूद फाइबर शरीर से फालतू चीजों को बाहर करने में मदद करता है। खासकर जिन लोगों को किडनी से जुड़ी कोई दिक्कत हो, उनके लिए तोरई फायदेमंद मानी जाती है क्योंकि ये किडनी पर ज्यादा जोर नहीं डालती।
3. बंदगोभी (Cabbage)
बंदगोभी यानी कैबेज में पोटैशियम की मात्रा कम होती है। यह हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता हैं। यह किडनी की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए अच्छी सब्जी मानी जाती है। यह शरीर में जमा गन्दी एलिमेंट को बाहर निकालने में मदद करती है। आप इसे हल्का पकाकर या सलाद के रूप में खा सकते है।
यह भी पढ़ें: Kidney Disease: इन 5 लोगों को ज्यादा होती है किडनी की बीमारी, समय रहते हो जाएं सावधान 4. खीरा (Cucumber)
खीरा गर्मियों में बहुत फायदा करता है। इसमें लगभग 90% पानी होता है, जो शरीर को हाइड्रेट रखता है। ये पेशाब के जरिए शरीर की गंदगी बाहर निकालने में मदद करता है और किडनी को ठंडक भी देता है। आप खीरे को कच्चा सलाद में या दही के साथ रायता बनाकर खा सकते हैं।
5. पालक (Spinach)
पालक में आयरन और फाइबर भरपूर होते हैं, जो शरीर को ताकत देते हैं। लेकिन जिन लोगों को किडनी में पथरी या दूसरी दिक्कतें हों उन्हें इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए। क्योंकि पालक में ऑक्सलेट नामक तत्व होता है जो स्टोन बनने का कारण बन सकता है। अगर किडनी सही है तो पालक आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।