इस यात्रा का नेतृत्व जीव जंतु कल्याण एवं कृषि शोध संस्थान के अध्यक्ष भारत सिंह राजपुरोहित शिवतलाव, हिंद राइज गौ संवर्धन आश्रम और राष्ट्रीय गौसेवक संघ के संस्थापक नरेंद्र कुमार और माटी इंडिया के संस्थापक रोहित बिष्ट कर रहे हैं। इस अभियान में प्रमुख सहयोगी कामधेनु गौवेदा के संस्थापक हर्षद भाई गुगुलिया हैं। यह पहल गौपालकों की जमीनी हकीकत को सामने लाने और गौ आधारित अर्थव्यवस्था व संस्कृति को पुनर्जन्म देने के लिए समर्पित है।
यह यात्रा गायों और गौपालकों की समस्याओं को उजागर करने के साथ-साथ गौ आधारित जीवनशैली को भारत की सांस्कृतिक और आर्थिक समृद्धि का आधार बनाने का संकल्प लेती है। आयोजकों ने देशवासियों से इस अभियान से जुडऩे और गौ प्रेम, गौ रक्षा व गौ आधारित विकास के लिए एक नए युग की शुरुआत करने का आह्वान किया है।
यात्रा का नेतृत्व कर रहे भारत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि 61 दिनों की इस यात्रा में विभिन्न गांवों, कस्बों और शहरों में रुककर गौपालकों, किसानों और समुदायों से संवाद किया जाएगा। यह भारत की प्राचीन गौ संस्कृति को पुनर्जन्म देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।