कलेक्टोरेट में सुशासन संवाद कक्ष के माध्यम से नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन संबंधित प्रकरणों के निराकरण के लिए आवेदन करने वालों से सीधा संवाद किया जाएगा। गौरतलब है कि सभी आवेदनों में आवेदक के साथ उसके नंबर लिखे जाते है।
ये भी पढें – एमपी में भीषण सड़क हादसा, 7 लोगों की दर्दनाक मौत, 8 गंभीर सिंह को मिलेगी रिपोर्ट : वहीं, कक्ष के प्रभारी अधिकारी जिला प्रबंधक लोक सेवा अमोघ श्रीवास्तव को बनाया गया। उनकी टीम ही कक्ष को संभालेंगी जो नियमित जानकारी भू अभिलेख प्रभारी को देंगी। उसकी रिपोर्ट कलेक्टर तक जाएगी।
ये भी पढें – एमपी में मास्टर प्लान के तहत बनेंगी 14 नई सड़कें, इन 23 का पहले होगा निर्माण आवेदकों से जानकारी लेंगे-किस माध्यम से कहां किया आवेदन
- नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन के करने वाले से पूछा जाएगा कि किस माध्यम से आवेदन किया है कहां किया गया?
- आवेदन के बाद किस कर्मचारी ने संपर्क क्या?
- आवेदन जमा करने के बाद किसी ने अलग से अवांछित मांग तो नहीं की गई?
- प्रकरण में कोई विवाद है या नहीं है, आवेदन स्वीकार किया गया या अस्वीकार?
- निराकरण के पश्चात सत्य प्रतिलिपि दी गई है या नहीं ?
- खसरे में अमल हो गया है या नहीं?
- निराकरण में कितना समय लगा, संबंधित कर्मचारी-अधिकारी का व्यवहार कैसा था?
- अन्य कोई सुझाव या समस्या तथा संतुष्टि कैसी रही आदि जानकारी प्राप्त की जाएगी?