CG Election 2025: दो बटन दबाने पर ही वोटिंग होगी पूरी
दो पदों पर वोड डलने के बाद ही
मतदान की प्रक्रिया पूरी होगी। अगर कोई वोटर एक ही पद पर मतदान करता है तो भी उसे दूसरा बटन दबाना होगा। यह बटन नोटा और इंड का हो सकता है। ईवीएम को लेकर लोगों में कोई असमंजस ना रहे इसलिए वार्डों में मास्टर ट्रेनर की ड्यूटी लगाई गई है जो वार्डों में जाकर लोगों को ईवीएम के उपयोग के बारे में बता रहे हैं। डमी ईवीएम के माध्यम से लोगों को मतदान करने के तरीके बताए जा रहे हैं।
पिछली बार भी लोग दो पदों पर वोट डालना भूले थे: आखिरी बार 2014 में ईवीएम से वोटिंग हुई थी तब भी लोग एक पद पर ही वोट डालकर आ गए थे। यहीं कारण है कि इस बाद दो बटन दबाने पर ही वोटिंग पूर्ण माना जाएगा। पिछली बार भी इसी तरह की व्यवस्था के बीच लोगों को मशीन की उपयोगिता को समझने में परेशानी हुई थी। इस बार ऐसी कोई परेशानी लोगों को ना हो इसलिए पहले से वार्ड-वार्ड में जाकर लोगों को ईवीएम के उपयोग के बारे में बताया जा रहा है।
पहले मेयर प्रत्याशियों फिर नोटा, पार्षद प्रत्याशी फिर नोटा, अंत में इंड बटन
मशीन में पहले महापौर प्रत्याशियों के नाम होंगे फिर नोटा बटन होगा। इसके बाद संबंधित वार्ड के प्रत्याशियों के नाम होंगे। उसके अंत में नोटा और सबसे अंत में एंड बटन होगा। वोटर पहले मेयर या पार्षद में से किसी को वोट कर सकता है। पहला वोट देते ही धीरे से कट की आवाज आएगी और दूसरा बटन दबाने पर लंबी बीप सुनाई देगी। यदि कोई मेयर या पार्षद में से किसी को वोट देना चाहता तो उसे दोनों नोटा या एक नोटा और एक एंड बटन दबाना होगा। वह सीधे एंड बटन भी दबा सकता है। यह अंडर वोट माना जाएगा। यदि वह एक बटन दबाने के बाद दूसरा बटन नहीं दबाएगा तो पीठासीन अधिकारी को बैलेट यूनिट को बंद कर फिर से चालू करना होगा, ताकि दूसरा मतदाता बोट डाल सके।
कम पढ़े लिखे और बुजुर्गों पर विशेष फोकस
कम पढ़े लिखे और बुजुर्गों को मतदान की प्रक्रिया समझाने में मास्टर ट्रेनर्स को चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। मास्टर ट्रेनर वार्डों में पहुंचते ही पहले बुजुर्गों और कम पढ़े लिखे लोगों को ढूंढ रहे हैं। इसके बाद बाकी लोगों को
ईवीएम के उपयोग के संबंध में जानकारी दी जा रही है। राजनीतिक दल भी डमी ईवीएम के साथ लोगों को मतदान के तरीके केे बारे में बता रहे हैं ताकि एक वोट भी खराब ना हो।
मतदान की पूरी प्रक्रिया को इस तस्वीर से समझें
CG Election 2025: वार्ड क्रमांक 34 और 44 में दो मशीन लगेगी: शहर के वार्ड क्रमांक 34 और 44 ऐसे वार्ड हैं जहां दो मशीनों का उपयोग मतदान में होगा। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि दोनों वार्डों में पार्षद प्रत्याशियों की संया एक मशीन की क्षमता से अधिक है। इन दोनों वार्ड में मशीन के उपयोग को लेकर ज्यादा असमंजस हो सकता है इसलिए मास्टर ट्रेनर लोगों को यहां विशेष रूप से जागरूक करने में जुटे हुए हैं।