CG News: किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष
हाथों में तख्तियां और बेनर लेकर इस यात्रा में लोग चलते हुए नारों से
आवाज बुलंद कर रहे हैं। संघर्ष समिति के संयोजक लखेश्वर कश्यप समेत अन्य सदस्यों ने पदयात्रा का नेतृत्व किया। यात्रा के दौरान साउंड सिस्टम पर देशभक्ति गीत गूंजते रहे और महिला-पुरुष पारंपरिक ढोल-मांदल तथा तुमड़ी-बर्तन लेकर उत्साहपूर्वक शामिल हुए। आंदोलन का मुख्य उद्देश्य शासन-प्रशासन पर दबाव बनाकर इंद्रावती नदी को बचाना और किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष करना है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पदयात्रा के दौरान कहा कि बस्तर के किसानों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ गांव-गांव रात्रि प्रवास कर गांधीवादी तरीके से उनकी मांगों को मजबूती से उठाएगी। संघर्ष समिति के संयोजक लखेश्वर कश्यप ने बताया कि पदयात्रा सोमवार शाम 4 बजे चित्रकोट से प्रारंभ हुई, जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह यात्रा 30 अप्रैल तक लगातार जारी रहेगी।
30 अप्रैल को कलेक्टर कार्यालय का घेराव
CG News: कृषि संकट और जल संकट की गंभीर समस्या को देखते हुए इस पदयात्रा का आयोजन किया गया है, ताकि सरकार और समाज का ध्यान इस ओर आकर्षित किया जा सके। यदि समय रहते जल संकट का समाधान नहीं हुआ तो पूरा क्षेत्र भीषण कृषि संकट की चपेट में आ जाएगा। पदयात्रा चित्रकोट से रवाना होकर चोंडीगुड़ा पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम के बाद अगली सुबह यात्रा धरमपुरा नंबर 3 के रास्ते
जगदलपुर के कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचेगी। पदयात्रा का समापन 30 अप्रैल को कलेक्टर कार्यालय के घेराव के साथ किया जाएगा।