‘किरोड़ी लाल मीणा का एनकाउंटर करवाना चाहती थी कांग्रेस’, MLA गोपाल शर्मा का बड़ा दावा; 37 साल पहले की घटना का किया जिक्र
Rajasthan Budget Session: विधायक गोपाल शर्मा का कहना है कि कांग्रेस ने शिवचरण माथुर के शासनकाल में तय किया था कि भाजपा के दो विधायकों का एनकाउंटर किया जाए। इस लिस्ट में किरोड़ी लाल मीणा और कोटा के हरीश शर्मा का नाम था।
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पत्रकार वार्ता में जयपुर से सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने एक बयान से राजनीतिक गलियारों में भूचाल ला दिया। दरअसल विधायक गोपाल शर्मा ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का एनकाउंटर करवाना चाहती थी।
इतना ही नहीं विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि उनके पास इस दावे का प्रमाण भी मौजूद है। उन्होंने कहा कि चाहे आप किरोड़ी लाल मीणा से भी पूछ सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने शिवचरण माथुर के शासनकाल में तय किया था कि भाजपा के दो विधायकों का एनकाउंटर किया जाए। इस लिस्ट में किरोड़ी लाल मीणा और कोटा के हरीश शर्मा का नाम था। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के भैरोसिंह शेखावत के सशक्त नेतृत्व के कारण उस वक्त कांग्रेस साहस नहीं जुटा पाई थी। विधायक ने कहा कि आप किरोड़ी लाल मीणा से पूछ लें कि क्या कांग्रेस उनका एनकाउंटर करना चाहती थी या नहीं?
ड्रग्स माफिया का मुद्दा उठाया
इससे पहले विधायक ने विधानसभा में राजधानी जयपुर में बढ़ रहे ड्रग्स माफिया को लेकर गंभीर चिंता जताई थी। उन्होंने सरकार से ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ आतंकियों की तर्ज पर कार्रवाई करने की मांग की थी। शर्मा ने कहा कि जयपुर की कच्ची बस्तियों में संगठित गिरोहों के माध्यम से ड्रग्स का अवैध कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है और प्रशासन की जानकारी के बावजूद मादक पदार्थ आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जयपुर के युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है, जो आने वाले समय में एक बड़ा सामाजिक संकट बन सकता है। उन्होंने दिल्ली रोड क्षेत्र में नशे से जुड़ी कुछ मौतों का जिक्र करते हुए बताया कि अगर जल्द सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
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जानिए क्या हुआ था 12 दिसंबर 1988 को
वहीं किरोड़ी लाल मीणा ने सवाईमाधोपुर की एक घटना का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि 12 दिसंबर 1988 को सवाईमाधोपुर में पुलिस लाठीचार्ज में उन्हें गंभीर चोटें आई थीं। दरअसल सीमेंट फैक्ट्री बंद होने के चलते मजदूर आंदोलन कर रहे थे। इस आंदोलन में किरोड़ी लाल मीणा भी पहुंचे थे।
उनका आरोप था कि पुलिस उन्हें तब तक मारती रही, जब तक उन्हें लग नहीं किया कि मेरी मौत हो गई है। इसके बाद तत्कालीन सरकार के निर्देश पर उन्हें एसएमएस अस्पताल जयपुर की जगह अलवर जिला अस्पताल भेजा गया। फिर दिल्ली एम्स रेफर किया गया, जहां तीन महीने उनका इलाज चला था। उस वक्त शिवचरण माथुर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। वहीं भैरोसिंह शेखावत भाजपा के दिग्गज नेता थे।
जानिए हरीश शर्मा के बारे में
हरीश शर्मा का जन्म 10 नवंबर 1948 को उस वक्त कोटा जिले के अंता में हुआ था। वे तीन बार राजकीय महाविद्यालय, कोटा के छात्र संघ अध्यक्ष रह चुके थे। वे दो बार भाजपा और एक बार जनता पार्टी के टिकट पर विधायक भी रह चुके थे। उन्होंने एक बार झालावाड़ के खानपुर और दो बार कोटा के रामगंज मंडी से विधानसभा चुनाव जीता था। साल 2010 में उनका निधन हो गया था।