Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले RJD और कांग्रेस की बढ़ी मुश्किलें, BJP का बड़ा मास्टरस्ट्रोक
Bihar Politics: बिहार में भाजपा ने 52 संगठनात्मक जिलों में से 46 जिलों में अध्यक्ष का निर्वाचन कार्य पूरा कर लिया है। इसके अलावा, पटना के महानगर और ग्रामीण के साथ ही नालंदा, सहरसा, जमुई और जहानाबाद में जिला अध्यक्ष का मनोयन नहीं हुआ है।
Bihar Politics: बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। बता दें कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीतीश कुमार की JDU, चिराग पासवान की LJP (R), जीतन राम मांझी की HUM और रालोमा के साथ गठबंधन में है। बिहार के भाजपा, जेडी(यू) और NDA के अन्य दलों के करीब 30 सांसदों ने शुक्रवार को संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से मुलाकात की। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले RJD और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। BJP ने बिहार में जाति को साधते हुए 50% से अधिक संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्ष का दायित्व पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज के कार्यकर्ताओं को सौंप दिया है।
प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे सांसदों ने अपने बिहार के लिए की गईं बजट घोषणाओं के लिए पीएम मोदी को बधाई दी। बता दें कि इस साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बजट में बिहार को काफी तवज्जो दी गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना एयरपोर्ट के विस्तार, चार नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, मखाना बोर्ड की स्थापना और बिहटा में ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की घोषणा की। खास बात यह है कि सीतारमण के बजट भाषण में बिहार का कई बार जिक्र किया गया। वित्त मंत्री ने बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में पश्चिमी कोसी नहर ERM परियोजना पर भी प्रकाश डाला।
बिहार में BJP ने खेला पिछड़ा-अतिपिछड़ा का कार्ड
बिहार में भाजपा ने 52 संगठनात्मक जिलों में से 46 जिलों में अध्यक्ष का निर्वाचन कार्य पूरा कर लिया है। बता दें कि बिहार में 25 से अधिक जिलों में BJP ने पहली बार पिछड़ा-अतिपिछड़ा वर्ग के कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष बनाया है। हालांकि भाजपा ने अन्य जातियों पर भी फोकस किया है। इसके साथ ही पटना के महानगर और ग्रामीण के साथ ही सहरसा, जमुई, नालंदा और जहानाबाद में जिला अध्यक्ष का मनोयन नहीं हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में भी BJP इसी रणनीति पर आगे बढ़ सकती है।