भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्जर में बताया जा रहा है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई। इसका केंद्र जमीन से लगभग 10 किलोमीटर की गहराई में था। अधिकारियों के अनुसार, तीव्रता कम होने के चलते किसी बड़े नुकसान की आशंका नहीं है।
इस साल फरवरी में भी आया था भूकंप
गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है, जब राजस्थान में इस साल भूकंप के झटके दर्ज किए गए हों। फरवरी 2025 में भी राज्य के कई हिस्सों में भूकंप आया था।
बीकानेर में फरवरी में आया था 3.6 तीव्रता का भूकंप
दो फरवरी को बीकानेर जिले में भी धरती कांपी थी। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, इसका केंद्र जसरासर के पास, बीकानेर शहर से करीब 72 किलोमीटर दूर था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई थी।
जालौर और सिरोही जिलों में भी महसूस हुए थे झटके
इसके अलावा 13 फरवरी को जालौर जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप का केंद्र निंबावास के पास जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था, जिसकी तीव्रता 3.4 दर्ज की गई। जालौर और सिरोही के कई इलाकों में करीब 3 से 4 सेकंड तक धरती हिलती रही थी।
क्या कहना है भूवैज्ञानिकों का
भूवैज्ञानिकों के मुताबिक, राजस्थान में आमतौर पर भूकंप की तीव्रता कम रहती है, जिससे नुकसान की संभावना भी बेहद कम होती है। फिर भी विशेषज्ञ लगातार इन गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं।