521 साल पुरानी परंपराएं टूट गई- गहलोत
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा कि उत्तर भारत के प्रमुख वैष्णव तीर्थ गलता जी की जिम्मेदारी अभी राज्य सरकार संभाल रही है। परन्तु भाजपा सरकार के लापरवाह तरीकों से इस पवित्र तीर्थ की 521 साल पुरानी परंपराएं टूट गई और 23 दिन से भगवान के लिए यह सरकार फूल मालाएं भी उपलब्ध नहीं करवा सकी है। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है जब भगवान के नाम पर वोट मांगने वाली पार्टी की सरकार भगवान के लिए मालाएं तक नहीं उपलब्ध करवा रही। गहलोत ने कहा- भारतीय जनता पार्टी चुनावी हिन्दू पार्टी है। वोट लेने के लिए चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम की राजनीति करती है, जनता को भ्रमित करने के लिए प्रयागराज में कैबिनेट बैठक करती है पर प्रदेश की राजधानी में स्थित तीर्थ की सेवा भी भाजपा सरकार में नहीं हो रही है।
हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद भी लापरवाही?
गौरतलब है कि राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद देवस्थान विभाग ने आदेश जारी कर जयपुर जिला कलेक्टर को गलता जी मंदिर का प्रशासक नियुक्त किया था। इसके तहत प्रबंधन एवं संचालन समिति का भी गठन किया गया था, जिसमें अतिरिक्त जिला कलेक्टर (तृतीय) को अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, इन व्यवस्थाओं के बावजूद मंदिर की परंपराएं टूट रही हैं और सरकार का ढीला रवैया सवालों के घेरे में है। बताते चलें कि गलता जी राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है और इसकी पारंपरिक व्यवस्थाओं को बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है।