आपको बता दें, हाईकोर्ट से जमानत न मिलने के बाद उनके समर्थकों ने 25 फरवरी को विधानसभा घेराव की घोषणा की थी, जिसे अब स्थगित कर दिया गया है।
मुलाकात के बाद आंदोलन स्थगित
दरअसल, बुधवार को जयपुर में नरेश मीणा के माता-पिता ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से सकारात्मक बातचीत हुई है और उन्हें सरकार की ओर से ठोस आश्वासन मिला है। इसके बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी।
मुख्यमंत्री से क्या बातचीत हुई?
परिजनों के मुताबिक, मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान तीन प्रमुख मांगों पर चर्चा हुई। इस दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने 23 मार्च तक सभी मांगों पर विचार करने और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। नरेश मीणा के परिजनों के मुताबिक समरावता हिंसा में प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा, नरेश मीणा पर दर्ज मुकदमों को वापस लेना और उनकी जल्द रिहाई की प्रक्रिया शुरू करने को लेकर बातचीत हुई है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद नरेश मीणा के पिता कल्याण सिंह मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमारी मांगों को लेकर गंभीरता दिखाई है। हमें भरोसा है कि 23 मार्च तक कुछ न कुछ समाधान निकलेगा। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
हाईकोर्ट ने खारिज की थी जमानत याचिका
गौरतलब है कि 14 फरवरी को राजस्थान हाईकोर्ट ने नरेश मीणा की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने अपने फैसले में सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि ऐसे अपराधियों को जमानत का लाभ नहीं मिलना चाहिए, ताकि समाज में सही संदेश जाए।
क्या था थप्पड़ मारने का पूरा मामला?
बताते चलें कि 14 नवंबर 2023 को टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट पर उपचुनाव के दौरान नरेश मीणा ने मतदान केंद्र पर एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इस घटना के बाद टोंक के समरावता गांव में हिंसा भड़क उठी और कई सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा। प्रशासन ने इस मामले में नरेश मीणा को गिरफ्तार कर टोंक जेल भेज दिया।