यूनिवर्सिटी के पास एक भी सिंथेटिक ट्रैक नहीं है। ऐसे में खिलाडि़यों को बिना ट्रैक ही अभ्यास करना पड़ रहा है। गत सरकार में राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने यूनिवर्सिटी में सिंथेटिक ट्रैक की घोषणा की थी। इसके लिए दो करोड़ की वित्तीय स्वीकृृति भी मिली। लेकिन आज तक ट्रैक नहीं बना।
खेल सुविधाओं के लिए लेते शुल्क राजस्थान यूनिवर्सिटी की ओर से खेल सुविधाओं के लिए छात्रों से प्रवेश के समय 210 रुपए लिए जाते हैं। लेकिन छात्रों के लिए खेल सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जातीं। यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स बोर्ड को यह पैसा दिया जाना चाहिए, लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से अन्य खर्चों पर इसका उपयोग किया जाता है।
ट्रैक पिछली सरकार ने स्वीकृत किया था। अभी निर्माण शुरू नहीं हुुआ है। प्रक्रिया कहां अटकी है इसके लिए लिखा जाएगा। यूनिवर्सिटी में कोच के लिए एक ही स्थायी पद है। डॉ. प्रमोद सिंह, खेल सचिव स्पोर्ट्स बोर्ड, राजस्थान यूनिवर्सिटी
यूनिवर्सिटी की ओर से खेल की सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। न कोच हैं, न सिंथेटिक ट्रैक है। हमने सरकार और खेल विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि यूनिवर्सिटी में खेल की सुविधाओं को बढ़ाया जाए।
शुभम रेवाड़, छात्र प्रतिनिधि, राजस्थान यूनिवर्सिटी