डॉ. शेखावत ने बताया कि इस मिलावटी दूध में डिटरजेंट, सिंथेटिक पाउडर और वनस्पति तेल जैसे जहरीले रसायन मिलाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद घातक हैं। इससे पेट की बीमारियों से लेकर लीवर, किडनी फेलियर और कैंसर तक का खतरा होता है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संकेत दिए हैं कि इस नेटवर्क से जुड़ी और कडय़िों की जांच जारी है। आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं। यह सिर्फ मिलावट नहीं बल्कि धीमा जहर है जो हमारे घरों तक पहुंचाया जा रहा था। अब वक्त है ऐसी फैक्ट्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और कड़ी सजा का।
सफेद दिखने वाली हर चीज़ शुद्ध नहीं होती। जागरूक रहने की जरूरत है। जिससे हम खुद भी ऐसे जहरीले जाल से बच सकें और दूसरों को भी सतर्क कर सकें।
डॉ. आशीष सिंह शेखावत, सीएमएचओ कोटपूतली-बहरोड़