scriptगर्मी ने बढ़ाई चिंता: 1760 मेगावाट की चार यूनिट ठप, 500 लाख यूनिट बिजली की बढ़ी डिमांड | Patrika News
समाचार

गर्मी ने बढ़ाई चिंता: 1760 मेगावाट की चार यूनिट ठप, 500 लाख यूनिट बिजली की बढ़ी डिमांड

प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बढ़ती बिजली की डिमांड ने बिजली कंपनियों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले एक पखवाड़े में बिजली खपत में 500 लाख यूनिट से ज्यादा बढ़ोतरी हुई। पहले हर दिन 2593 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही थी, जो अब 3100 लाख यूनिट को पार कर गई है। अगले एक से डेढ़ माह के बीच यह आंकड़ा 3800 लाख यूनिट के पार पहुंचने का आकलन किया गया है। इस डिमांड को पूरा करने में ऊर्जा विकास निगम के हाथ पैर फूल रहे हैं। बिजली खरीदने के लिए शॉर्ट टर्म टेंडर करने से लेकर एक्सचेंज से व्यवस्था का प्लान तैयार किया गया है।

जयपुरApr 26, 2025 / 05:55 pm

GAURAV JAIN

पिछले एक पखवाड़े में एक दिन में पांच सौ लाख यूनिट बिजली की खपत बढ़ी

बिजली कंपनियों ने इंजीनियरों को अलर्ट मोड पर रहने के दिए निर्देेश

जयपुर. प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच बढ़ती बिजली की डिमांड ने बिजली कंपनियों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले एक पखवाड़े में बिजली खपत में 500 लाख यूनिट से ज्यादा बढ़ोतरी हुई। पहले हर दिन 2593 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही थी, जो अब 3100 लाख यूनिट को पार कर गई है। अगले एक से डेढ़ माह के बीच यह आंकड़ा 3800 लाख यूनिट के पार पहुंचने का आकलन किया गया है। इस डिमांड को पूरा करने में ऊर्जा विकास निगम के हाथ पैर फूल रहे हैं। बिजली खरीदने के लिए शॉर्ट टर्म टेंडर करने से लेकर एक्सचेंज से व्यवस्था का प्लान तैयार किया गया है।
अफसरों का कहना है कि इस बार 6000 मेगावाट औसत बिजली की मांग रहने का अनुमान है। जबकि, पीक डिमांड 17500 मेगावाट तक पहुंच सकती है। उधर, निगम का दावा है कि अभी किसी भी जगह कटौती की नौबत नहीं आई है, लेकिन सच्चाई यह भी है कि बढ़ती मांग के बीच सिस्टम के जवाब देने से जनता को दिन में कई बार बिजली गुल की दिक्कतों से रूबरू होना पड़ रहा है।
चार यूनिट से बिजली उत्पादन ठप, बढ़ी चिंता

बिजली डिमांड बढ़ने के बीच परेशानी की बात यह है कि 1760 मेगावाट क्षमता की चार यूनिट से बिजली उत्पादन ठप हो गया है। इनमें राज्य विद्युत उत्पादन निगम की सूरतगढ़ व छबड़ा की तीन यूनिट से 1160 मेगावाट और अदानी के पावर प्लांट की 600 मेगावाट की एक यूनिट शामिल है। उत्पादन निगम के तमाम दावे के बावजूद उनके प्लांट से अभी उतनी बिजली नहीं मिल पा रही, जितनी ऊर्जा विकास निगम को अपेक्षित थी।
इन 7 घंटे की परेशानी

सुबह 6 से 9 और शाम 7 से रात 11 बजे तक अधिक डिमांड रहती है। इन पीक आवर्स में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। क्योंकि, पिछले कुछ वर्षों से इसी दौरान बिजली कटौती की नाैबत आती रही है।1200 से 1500 मेगावाट तक बिजली की कमी रही। औद्योगिक इकाइयों पर ज्यादा मार पड़ी।
पिछले दिनों बिजली खपत…

11 अप्रेल- 2802.94

12 अप्रेल- 2592.68

13 अप्रेल- 2711.03

14 अप्रेल- 2964.94

15 अप्रेल- 3031.26

16 अप्रेल- 3092.91

17 अप्रेल- 3091.55

18 अप्रेल- 3072.62
19 अप्रेल- 3129.20

20 अप्रेल- 3130.27

22 अप्रेल- 3102.38

24 अप्रेल- 3133.46

(बिजली खपत लाख यूनिट में है)

यह अनुमानित मांग और उपलब्धता

माह – मांग- उपलब्धता

मई – 3788 लाख यूनिट – 3663 लाख यूनिट
जून- 3831 लाख यूनिट – 3722 लाख यूनिट

इनकी जिम्मेदारी

-ओम कसेरा, एमडी, ऊर्जा विकास निगम

-देवेन्द्र शृंगी, सीएमडी, राज्य विद्युत उत्पादन निगम

Hindi News / News Bulletin / गर्मी ने बढ़ाई चिंता: 1760 मेगावाट की चार यूनिट ठप, 500 लाख यूनिट बिजली की बढ़ी डिमांड

ट्रेंडिंग वीडियो