उत्तर पश्चिम रेलवे ने खातीपुरा, जयपुर, भगत की कोठी, उदयपुर, श्रीगंगानगर, बीकानेर जैसे विभिन्न रूटों से महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। हालांकि, इन ट्रेनों का किराया सामान्य ट्रेनों से 30 फीसदी तक ज्यादा है, फिर भी यात्रियों को इनका सफर संतोषजनक नहीं मिल रहा है। इसकी मुख्य वजह ट्रेनों का संचालन प्रभावित होना है।
उदाहरण के लिए, मंगलवार को बनारस से कुंभ मेला स्पेशल ट्रेन 10 घंटे की देरी से जयपुर पहुंची। इसी तरह, सियालदाह-अजमेर-सियालदाह ट्रेन भी 8 से 10 घंटे की देरी से जयपुर पहुंच रही है। हावड़ा-जोधपुर और हावड़ा-बीकानेर ट्रेनों में भी ऐसी ही स्थिति देखी जा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी प्रयागराज से आने वाली ट्रेनों में हो रही है।
बढ़ते यातायात दबाव के कारण फैसला
रेलवे ने प्रयागराज रूट पर बढ़ रहे यातायात दबाव के कारण जयपुर से कई ट्रेनों का संचालन रद्द कर दिया है। 18 से 28 फरवरी तक अजमेर-आगरा फोर्ट-अजमेर, जयपुर-मथुरा-जयपुर और अलवर-मथुरा-अलवर ट्रेनों का संचालन रद्द कर दिया गया है। बाड़मेर-गुवाहाटी, भिवानी-प्रयागराज, बीकानेर-हावड़ा, बाड़मेर-गुवाहाटी और उदयपुर-कोलकाता ट्रेनों को री-शिड्यूल किया जा चुका है। इनका संचालन भी बदला जाएगा
परिचालन कारणों के चलते बीकानेर-हावड़ा ट्रेन 19 फरवरी को, हावड़ा-जोधपुर ट्रेन 22 व 23 फरवरी को, जोधपुर-हावड़ा ट्रेन 20 व 21 फरवरी को, हावड़ा-बीकानेर ट्रेन 21 फरवरी को प्रारंभिक स्टेशन से रद्द रहेगी। बीकानेर-गुवाहाटी ट्रेन 19 फरवरी को बदले रूट से संचालित होगी।